कोलकाता.
उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सोमवार को सेमेस्टर परीक्षा खत्म होने के बाद बताया कि पूजा के बाद परीक्षा परिणाम घोषित किये जायेंगे. परीक्षा आठ सितंबर से शुरू हुई थी. परीक्षा के पहले चरण के लिए कुल परीक्षार्थियों की संख्या 6,60,343 थी. इनमें 2,90,407 छात्र और 3,69,935 छात्राएं थीं. 1.58 प्रतिशत परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. संख्या के हिसाब से 10,437 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे. ऐसा उदाहरण पिछले 11 वर्षों में देखने को नहीं मिला है. 2014 के बाद यह पहला वर्ष है, जब अनुपस्थिति दर इतनी कम है. इस साल कुल 54 परीक्षार्थियों ने बीमार रहते हुए परीक्षा दी. दिव्यांग परीक्षार्थियों की संख्या 510 थी. सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिषद अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा : हम माॅनसून के दौरान पहली बार सेमेस्टर प्रणाली के आयोजन की जटिलताओं से अवगत थे. यह पहली बार है कि परीक्षार्थियों की सभी जानकारी डिजिटल प्रणाली में दर्ज की गयी है. कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि हम देश में एक मिसाल कायम करने में कामयाब रहे हैं. इस बार सुरक्षा भी कड़ी थी. उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र पर केवल दो परीक्षार्थी मोबाइल फोन के साथ पकड़े गये. दो छात्रों की परीक्षा रद्द कर दी गयी. आखिरी दिन जीव विज्ञान की परीक्षा में दो प्रश्न गलत होने के आरोप लगे. परिषद अध्यक्ष ने इस बात को स्वीकार किया है. ओएमआर शीट पर परीक्षा के बारे में उन्होंने यह भी दावा किया कि इससे छात्र खुश हैं. अध्यक्ष ने बताया कि पहले चरण के परिणाम पूजा के बाद 31 अक्तूबर तक घोषित कर दिये जायेंगे. जो छात्र अनुत्तीर्ण होंगे, वे हायर सेकेंडरी के दूसरे सेमेस्टर में पूरक परीक्षा दे सकेंगे. इन दोनों सेमेस्टर के परिणामों के आधार पर हायर सेकेंडरी की अंतिम मेरिट सूची जारी की जायेगी.गलत प्रश्नपत्र को लेकर छात्रों को किया आश्वस्त
सोमवार को उच्च माध्यमिक के पहले सेमेस्टर की परीक्षा का आखिरी दिन था. इस दिन जीव विज्ञान की परीक्षा के प्रश्नपत्र में गलतियां होने का आरोप लगाया गया. परीक्षार्थी इस बात से चिंतित हैं कि दो प्रश्न गलत थे. हालांकि संसद ने आश्वासन दिया है कि अगर प्रश्नपत्र में गलतियां हैं, तो परीक्षार्थियों को उनके प्रयासों के आधार पर पूरे अंक दिये जायेंगे. इस बारे में उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा कि परीक्षार्थियों को चिंता करने की कोई बात नहीं है. परीक्षार्थियों को पूरे अंक तभी मिलेंगे अगर उन्होंने दोनों प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास किया हो. उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र में हुई गलती के बारे में पहले मॉडरेटर (प्रश्न बनाने वाले शिक्षक) से बात की जायेगी. विशेषज्ञों की भी राय ली जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

