कोलकाता.
बुधवार सुबह से कालीघाट में नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों द्वारा नये सिरे से विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें मौके से जेल वैन में भर कर ले जाया गया. कुछ शिक्षकों ने कहा कि जो लोग दागी नहीं हैं, वे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. उनके अनुसार, लगभग 1803 बिना दागी शिक्षक हैं, जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. उन्हें वेतन भी नहीं मिल रहा है. उनमें से एक वर्ग ने बुधवार सुबह कालीघाट के पास हाजरा मोड़ के सामने विरोध प्रदर्शन किया. एक प्रदर्शनकारी ने कहा : हम दागी नहीं हैं. हमारे खिलाफ अभी तक भ्रष्टाचार के आरोप साबित नहीं हुए हैं. लेकिन हम स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. हमें वेतन नहीं मिल रहा है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा : मुख्यमंत्री कहती हैं कि सभी शिक्षक स्कूल जा रहे हैं. लेकिन हम मुख्यमंत्री को यह बताने आये हैं कि हम स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. हम 1803 लोग हैं, जो स्कूल नहीं जा रहे हैं. हमारा ओएमआर मामला साबित नहीं हुआ है. हमें स्कूल नहीं जाने दिया जा रहा है. डीआइ ऑफिस ने नाम नहीं दिये हैं. ये शिक्षक परेशान होकर कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री आवास की ओर जाकर उनसे फरियाद करना चाहते हैं. इन्हें बीच में ही रोक दिया गया.ध्यान रहे कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एसएससी द्वारा ”बेदाग” शिक्षकों की प्रारंभिक सूची तैयार की गयी थी. वह सूची स्कूलों को भेजी गयी थी. स्कूल शिक्षा विभाग ने सूची डीआइ को भेजी. सूची प्रत्येक जिले के स्कूल निरीक्षकों के पास गयी. ”बेदाग” शिक्षकों को काम जारी रखने के लिए कहा गया, लेकिन जिनके नाम उस सूची में नहीं थे, उन्हें ”विशेष रूप से दागी नहीं”” कहा जा रहा है. अब शिक्षक क्या करें, उन्हें समझ में नही आ रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है