सभी मतदाताओं के डेटा का किया जायेगा डिजिटलीकरण
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहण पुनरीक्षण (एसआइआर) की प्रक्रिया इस महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण अर्थात एसआइआर के तहत मतदाता सूची संशोधन के लिए जारी किया गया प्रपत्र लगभग सभी मतदाताओं तक पहुंच चुका हैं. उन्होंने कहा कि इन प्रपत्रों के संग्रह और डिजिटाइजेशन का लक्ष्य इस महीने की 26 नवंबर तक निर्धारित किया गया है और प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है. अधिकारी ने कहा कि अब तक लगभग एक करोड़ से अधिक प्रपत्र सफलतापूर्वक डिजिटल रूप में परिवर्तित किये जा चुके हैं. बीएलओ यानी बूथ स्तर अधिकारियों पर भार कम करने और कार्य में तेजी लाने के लिए अन्य विभागों से अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाने का निर्देश सभी ईआरओ को दिया गया है. जिन इलाकों में मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक है, वहां अतिरिक्त बीएलओ भी तैनात किये गये हैं.
मुख्य चुनाव अधिकारी के अनुसार राज्य सरकार के पास एक हजार 1000 डेटा एंट्री ऑपरेटर नियुक्त करने की प्रक्रिया स्वीकृति के लिए लंबित है. उनके जुड़ने से मतदाता सूची संशोधन कार्य के और तेज होने की उम्मीद है.
वक्तव्य के अनुसार मृत मतदाताओं, स्थायी रूप से स्थानांतरित हो चुके लोगों या जिनके नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज हैं उनके संबंध में सही जानकारी देना मतदाताओं और अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं की जिम्मेदारी है. गलत जानकारी देना प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 31 के तहत दंडनीय अपराध है जिसमें एक वर्ष तक कारावास, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं. गलत सत्यापन करने वाले बीएलओ के खिलाफ भी कार्रवाई संभव है.
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