एक सप्ताह तक महानगर के दौरे पर रहेंगे कांग्रेस के आला नेता
आज महानगर के दौरे पर आयेंगे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपालकोलकाता. राज्य में संगठन को धार देने और 2026 विधानसभा चुनाव के लिए ठोस रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से कांग्रेस आलाकमान ने सक्रियता तेज कर दी है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक से राज्यसभा सांसद नासिर हुसैन और अखिल भारतीय युवक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कन्हैया कुमार अगले सप्ताह कोलकाता पहुंच रहे हैं.प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बुधवार को बताया कि वेणुगोपाल 11 सितंबर को महानगर में पार्टी की अहम बैठक करेंगे. इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार और राज्य प्रभारी गुलाम अहमद मीर के साथ विस्तृत मंथन होगा. पार्टी ने इसे आगामी विधानसभा चुनाव की दृष्टि से निर्णायक बताया है.
इसके बाद 15 सितंबर को नासिर हुसैन और कन्हैया कुमार उत्तर कोलकाता स्थित राममोहन हॉल में कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे. उम्मीद है कि इस मौके पर कई पूर्व वामपंथी नेता कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे.प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि इसी दौरान 2026 विधानसभा चुनाव का रोडमैप तय किया जायेगा. उन्होंने दावा किया कि पार्टी पूरी ताकत और एकजुटता के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी. इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव समिति, राजनीतिक मामलों की समिति और कार्यकारिणी का गठन किया है. वहीं, मीडिया प्रबंधन टीम ने मीडिया टैलेंट हंट कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके जरिये बंगाली, हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषाओं में प्रवक्ताओं की नयी टीम तैयार की जायेगी.
पार्टी सूत्र मानते हैं कि यह सक्रियता ऐसे समय में सामने आयी है, जब राज्य कांग्रेस भविष्य की संभावित चुनावी साझेदारी को लेकर असमंजस में है. 2016 से चली आ रही वाममोर्चे के साथ सीट बंटवारे की परंपरा जारी रहेगी या फिर कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस के साथ नये समीकरण की ओर बढ़ेगी. इस पर अंतिम निर्णय अगले हफ्ते हो जायेगा. प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने साफ किया है कि गठबंधन को लेकर अंतिम निर्णय आलाकमान यानी एआइसीसी ही करेगा.11 से 15 के बीच होगी मैराथन बैठक
प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार के नेतृत्व में संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव किये गये हैं. जिलों की संख्या 28 से बढ़ाकर 33 कर दी गयी है, ताकि कार्यकर्ताओं को ज्यादा अवसर और जिम्मेदारी दी जा सके. 11 से 15 सितंबर के बीच केंद्रीय नेताओं की सभी जिलाध्यक्षों और विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारियों के साथ लगातार बैठकें होंगी. इस दौरान विधानसभा चुनाव में माकपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर भी अंतिम फैसला लिया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

