कोलकाता.
विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि विधायकों के दलबदल मुद्दे पर भाजपा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगी. इस मामले में राज्य विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी को भी पक्ष बनायेगी. उनकी यह टिप्पणी पूर्व मेदिनीपुर के हल्दिया से भाजपा विधायक तापसी मंडल के तृणमूल में शामिल होने के एक दिन बाद आयी है. तापसी, शुभेंदु की करीबी मानी जाती थीं. विधानसभा परिसर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए शुभेंदु ने आरोप लगाया कि विस अध्यक्ष बिमान बनर्जी के मन में भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रति कोई सम्मान नहीं है, जो दलबदल विरोधी कानून से संबंधित है. दलबदल करने वाले विधायकों की सदस्यता खारिज करने की मांग कई बार की गयी, लेकिन स्पीकर ने कोई कार्रवाई नहीं की. सभी मामले उनके पास लंबित हैं. इतना ही नहीं उन्होंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस के आदेश का उल्लंघन करते हुए उपचुनाव में विजयी दो विधायकों सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार को विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति दी है. राज्यपाल ने इन दोनों विधायकों के शपथ को गैरकानूनी करार दिया था. शुभेंदु ने आगे कहा कि हाल ही में तेलंगाना में 10 विधायकों के दलबदल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में मामला दायर किया गया है. सर्वोच्च न्यायालय में इस मामले की अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी. ऐसे में अब भाजपा बंगाल में विधायकों के दलबदल के मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी और वहां अध्यक्ष को पक्ष बनाया जायेगा. आगामी दिनों में भाजपा द्वारा दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.बता दें कि 2011 से अब तक तृणमूल कांग्रेस ने विपक्ष के करीब 56 विधायकों को अपने पाले में लिया है. दलबदल करनेवाले विधायक भाजपा, कांग्रेस, माकपा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, फारवर्ड ब्लॉक सहित अन्य दलों से थे. मालूम रहे कि 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले भाजपा के आधे दर्जन से अधिक विधायक अब तृणमूल में शामिल हो चुके हैं.
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