भाजपा विधायक सुब्रत ठाकुर के पक्ष में उनकी मां और तृणमूल सांसद ममता बाला ठाकुर शांतनु ठाकुर के पक्ष में उनके पिता मंजुल कृष्ण ठाकुर बनगांव. बनगांव के ठाकुरनगर स्थित ठाकुरबाड़ी में भाजपा का अंदरूनी विवाद सामने आया है. सीएए कैंप को लेकर भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर और उनके बड़े भाई व भाजपा के विधायक सुब्रत ठाकुर के बीच विवाद देखा गया. इस विवाद को लेकर मां छवि रानी ठाकुर बड़े बेटे के पक्ष में हैं, तो वहीं पिता मंजुल कृष्ण ठाकुर छोटे बेटे के पक्ष में हैं. इस विवाद के बीच ही ठाकुरबाड़ी परिवार की सदस्य व तृणमूल से राज्यसभा सांसद ममता बाला ठाकुर के साथ भाजपा विधायक सुब्रत ठाकुर के हाथ मिलाने की भी चर्चा है. इधर, मां छवि रानी ठाकुर ने शांतनु ठाकुर पर नाराजगी जताते हुए बड़े बेटे का पक्ष लिया है. हालांकि मंजुल कृष्ण ठाकुर ने बड़े बेटे सुब्रत के व्यवहार की निंदा की है और छोटे बेटे शांतनु का समर्थन किया है. जानकारी के मुताबिक, सीएए को लेकर ठाकुरनगर स्थित ठाकुरबाड़ी में मतुआ समुदाय के लिए एक सहायता शिविर का आयोजन किया जा रहा है. मतदाता सूची की ””विशेष गहन समीक्षा”” (एसआइआर) शुरू होते ही भाजपा की ओर से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में ””सीएए सहायता शिविर”” का आयोजन किया जा रहा है. बनगांव से भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर की पहल पर ठाकुरबाड़ी स्थित नाट्य मंदिर में शिविर लगाया गया. वहां, पश्चिम बंगाल से शरणार्थी के रूप में पलायन करने को मजबूर हुए मतुआ समुदाय के लोगों को सीएए के तहत आवेदन जमा करने में मदद की जा रही है. सीएए के तहत आवेदन जमा करने के लिए धार्मिक पहचान का प्रमाण पत्र आवश्यक है. वह प्रमाण पत्र ठाकुरबाड़ी स्थित नाट्य मंदिर से दिया जा रहा है, लेकिन रविवार को उस शिविर को लेकर दोनों भाइयों के बीच तनातनी और भाजपा का आंतरिक विवाद सामने आ गया. भाजपा के विधायक सुब्रत ठाकुर ने सवाल उठाया कि नाट्य मंदिर भक्तों के लिए है, वहां सीएए शिविर क्यों लगाया जायेगा. कथित तौर पर, विधायक ने वहां जाकर मतुआ भक्तों को धमकाया. सुब्रत ने दावा किया कि नाट्य मंदिर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं. वहां इस तरह से शिविर नहीं लगाया जा सकता. उन्होंने शिविर को लेकर आपत्ति जतायी. इधर, भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने कहा कि नाट्य मंदिर में श्रद्धालुओं की सहायता के लिए शिविर लगाया गया है. वहां कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हो रहा है. शिविर इसलिए खोला गया है ताकि मतुआ भक्तों को आवेदन जमा करने में कोई परेशानी न हो. शांतनु ठाकुर ने सुब्रत पर सीधे तौर पर तृणमूल में जाने की कोशिश का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सुब्रत ठाकुर तृणमूल में जाना चाहते हैं. वह मंत्री बनना चाहते हैं, इसलिए भाजपा से तृणमूल में जाने के लिए कोई बहाना ढूंढ़ रहे हैं. इधर, तृणमूल से राज्यसभा सांसद ममता बाला ठाकुर ने भी शांतनु ठाकुर पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सुब्रत ठाकुर से उनकी बातचीत सिर्फ़ श्रद्धालुओं की सुविधाओं और असुविधा को लेकर हुई. भाजपा विधायक ने उनसे किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं की है. इधर, भाजपा विधायक सुब्रत ठाकुर ने कहा है कि मेरे लिए परिवार पहले आता है. राजनीति बाद में. मैंने अपनी मां और चाची एवं अपनी बहन से सिर्फ मतुआ श्रद्धालुओं को लेकर बैठक चर्चा की है. इधर, शांतनु ठाकुर की मां छवि रानी ने कहा है कि कुछ लोग शांतनु ठाकुर के नेतृत्व में ठाकुरबाड़ी का माहौल खराब कर रहे हैं. वहीं शांतनु ठाकुर के पिता मंजुल कृष्ण ठाकुर ने बेटे शांतनु का पक्ष लेते हुए कहा कि अगर कोई मतभेद है, तो उसे परिवार में बातचीत करके सुलझाया जा सकता है. ठाकुरबाड़ी के घर के बाहर क्यों विवाद खड़ा किया जा रहा है. यहां तृणमूल को क्यों प्रवेश करने दिया जा रहा है.
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