कोलकाता. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों को खुला पत्र लिख कर यहां शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की. शनिवार को मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को संबोधित करते हुए इस पत्र में लिखा : पश्चिम बंगाल में भाजपा व उसके सहयोगी अचानक बहुत आक्रामक हो गये हैं. वे यहां अशांति फैलाने की साजिश रच रहे हैं. इन सहयोगियों में आरएसएस भी शामिल है. मैंने पहले आरएसएस का नाम नहीं लिया था, लेकिन अब मुझे यह कहना पड़ रहा है कि राज्य में फैलाये जा रही झूठ की जड़ में वह भी शामिल है. उन्होंने कहा है कि भाजपा और उनके सहयोगी राज्य में हुए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संदर्भ को उकसावे के साधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. वे इसका प्रयोग राज्य में विभाजनकारी राजनीति को फैलाने के रूप में कर रहे हैं. वे ”फूट डालो और राज करो” का खेल खेलना चाहते हैं. यह खेल खतरनाक है. इसलिए मैं आप लोगों से कहना चाहती हूं कि मेरा जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में हुआ, बंगाल मेरी मातृभूमि है, भारत मेरा देश है. मैं अपने देश और राज्य से प्यार करती हूं. मेरा अनुरोध है कि कृपया धैर्य बनाये रखें और शांत रहें. हम सांप्रदायिक दंगों की निंदा करते हैं और बंगाल में ऐसा होने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि दंगों के पीछे के बदमाशों का कठोरता से दमन किया जा रहा है. लेकिन साथ ही हमें आपसी अविश्वास के माहौल से भी बचना होगा. राज्य में बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों को मिलकर काम करना होगा. सीएम ने कहा कि भाजपा व उसके सहयोगियों ने पहले रामनवमी के दिन हिंसा फैलाने की साजिश रची थी, लेकिन राज्य प्रशासन की तत्परता ने उसे नाकाम कर दिया.
फिर वे अब वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ आंदोलन से जुड़े कुछ मुद्दों का इस्तेमाल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी तथाकथित राजनीतिक गतिविधियों के नाम पर हमारे सार्वभौमिक हिंदू धर्म को बदनाम कर रहे हैं. श्री रामकृष्ण-स्वामी विवेकानंद का हिंदू धर्म एक सार्वभौमिक धर्म है. यह सार्वभौमिक धर्म हमें हिंदू धर्म से लेकर इस्लाम, ईसाई धर्म से लेकर बौद्ध धर्म, जैन धर्म से लेकर यहूदी धर्म तक सभी का सम्मान करना सिखाता है. इसके विपरीत, भाजपा और उसके सहयोगी जो प्रचार कर रहे हैं वह झूठ और संकीर्ण है. मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से अपील करते हुए कहा कि विरोधी जो कह रहे हैं वह झूठ का पुलिंदा है, गलत व्याख्याओं से भरा हुआ है. कृपया उन पर विश्वास न करें.
हमने राज्य में कानून-व्यवस्था बनाये रखने तथा लोगों के जीवन और सम्मान की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाये हैं. दो पुलिस अधिकारियों को हटा दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. दंगे कराने वाले न तो हिंदू हैं और न ही मुसलमान, वे सिर्फ अपराधी हैं. ऐसे सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. दंगा कराने वाले लोग बाहर से आते हैं और दंगा करा कर भाग जाते हैं. ऐसे बाहरी लोगों पर भरोसा न करें, जो संकीर्ण राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सांप्रदायिक तनाव पैदा करते हैं और दंगे भड़काते हैं. अंत में, मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की है कि शांत रहें, एकजुट रहें. झूठे सांप्रदायिक प्रचार से गुमराह न हों.
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