पूर्व रेलवे के आसनसोल, हावड़ा, सियालदह और मालदह मंडलों में चला अभियान कोलकाता. पूर्व रेलवे, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अखिल भारतीय पहल ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के माध्यम से बाल संरक्षण और कल्याण के लिए अपने प्रतिबद्ध प्रयासों को जारी रखे हुए है. इस पहल का उद्देश्य रेलवे परिसरों में पाये जाने वाले असुरक्षित बच्चों को बचाना और उनकी सुरक्षा करना है. आठ सितंबर को, पूर्व रेलवे के आसनसोल, मालदा और हावड़ा मंडलों के आरपीएफ अधिकारियों ने आसनसोल, दुमका, बरहरवा, शक्तिगढ़ और हावड़ा रेलवे स्टेशनों से 11 बच्चों को बचाया. बचाये गये बच्चों में छह लड़कियां हैं. बचाये गये सभी बच्चों को आवश्यक देखभाल के लिए तुरंत संबंधित चाइल्ड लाइन अधिकारियों को सौंप दिया गया. बचाये गये बच्चों में से एक आसनसोल रेलवे स्टेशन पर बेवजह घूमता हुआ पाया गया था. दो लड़के और तीन लड़कियां पारिवारिक कलह के कारण अपने घरों से भाग गये थे और दो लड़के और तीन लड़कियां, जिन्हें उनकी मां ने बैंची से शक्तिगढ़ स्टेशन तक यात्रा करने का निर्देश दिया था, अपनी मां के न आने के कारण लावारिस पाये गये. आरपीएफ द्वारा की गयी त्वरित कार्रवाई के कारण सभी बच्चों को गलत हाथों में जाने से पहले बचा लिया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

