विधानसभा में परिवहन मंत्री ने कहा- टोटो को लेकर नये नियम बना रही सरकार
अब टोटो का भी होगा रजिस्ट्रेशन
टोटाे के परिचालन पर निगरानी के लिए बनेगी समिति
फिलहाल राज्यभर में चल रहे करीब डेढ़ लाख टोटो
संवाददाता, कोलकाताटोटो का कभी लोगों ने जम कर स्वागत किया था. काफी कम समय में ही टोटो यातायात का प्रमुख साधन भी बन गया. लेकिन यही टोटो अब लोगों के लिए सिर दर्द भी बन गया है, क्योंकि जिस प्रकार से बिना किसी नियंत्रण के टोटाे की संख्या बढ़ी है, उससे पूरे राज्य में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी है. टोटो की संख्या इतनी बढ़ गयी है कि सड़कों पर इन्हें चलाना बोझ बन गया है. बताया जा रहा है कि राज्य में करीब डेढ़ लाख टोटो हैं. टोटो को लेकर राज्य सरकार की क्या योजना है, भाजपा विधायक शंकर घोष के इस सवाल पर राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि टोटो को नियंत्रित करने व इसके परिचालन पर लगाम कसने के लिए राज्य सरकार जल्द ही नये नियम ला रही है. इसके तहत सभी टोटो का रजिस्ट्रेशन किया जायेगा. अगले महीने से ही इस पर काम शुरू होगा. उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग की ओर से पंजीकृत टोटो पर क्यूआर कोड से लैस स्टीकर लगाया जायेगा, जिससे वैध व अवैध टोटो की आसानी से पहचान की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि किस क्षेत्र में कितने टोटो रास्ते पर उतारे जा सकते हैं, इसके लिए गाइडलाइंस तैयार की जायेगी. उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग के अधिकारी स्थानीय पुलिस, जनप्रतिनिधि व ट्रेड यूनियनों के साथ बैठक कर यह तय करेंगे. परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग की ओर से टोटो का रूट तय किया जायेगा और जिसमें टोटो को कहां तक ले जाया जा सकता है, यह तय किया जायेगा. साथ ही बड़े रास्तों पर टोटो चलाये जायें या नहीं, इसकी समीक्षा की जायेगी. उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा एक समिति का गठन किया जायेगा, जो टोटो के परिचालन को लेकर दिशानिर्देशों का निर्धारण करेगी. इस समिति में नगरपालिका, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अधिकारी, पुलिस और यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे.फिलहाल टोटो को सड़कों से नहीं हटायेगी राज्य सरकार
राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि यह सच है कि टोटो से ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो रही है, लेकिन राज्य सरकार इसे रास्ते से हटाना नहीं चाहती, क्योंकि इससे हजारों परिवारों की आजीविका जुड़ी हुई है. उन्होंने कहा : राज्य सरकार सिर्फ इसे नियंत्रित करने के लिए नयी नीति व समिति का गठन करने जा रही है.कई रूटों पर बस सेवाएं बंद, विधायकों से मांगी गयी जानकारी
इस बीच, महानगर सहित राज्य भर में बसों की संख्या में कमी के बारे में एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि कोरोना के बाद कई रूटों पर निजी बस मालिकों ने सेवाएं बंद कर दी हैं. उन्होंने कहा : स्थानीय विधायकों से इस बारे में जानकारी मांगी गयी है. राज्य सरकार इस बारे में विचार करेगी. हालांकि, परिवहन मंत्री ने कहा कि बस बिना यात्रियों के नहीं चल सकती. हमें इसका भी ख्याल रखना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है