धापा पर बढ़ते दबाव को देखते हुए बोरो-7 में चिह्नित की गयी जमीन कोलकाता. महानगर के बढ़ते कचरे के दबाव को देखते हुए कोलकाता नगर निगम अब नया डंपिंग ग्राउंड बनाने की तैयारी कर रहा है. निगम ने तय किया है कि यह काम अपने ही फंड से किया जायेगा, क्योंकि राज्य सरकार से अब तक वित्तीय सहायता नहीं मिली है. सूत्रों के मुताबिक, बोरो नंबर 7 में करीब 73 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गयी है. वर्तमान में इस जमीन पर खेती हो रही है. ऐसे में सरकारी नियमों के अनुसार किसानों को मुआवजा भी दिया जायेगा. निगम पिछले एक साल से किसानों और जमीन मालिकों से बातचीत कर रहा है. मेयर परिषद (ठोस कचरा प्रबंधन) के सदस्य देबब्रत मजूमदार ने बताया कि फिलहाल धापा डंपिंग ग्राउंड पर हर दिन लगभग 5,200 मीट्रिक टन कचरा डाला जा रहा है. इसमें कोलकाता के अलावा विधाननगर, दमदम, पानीहाटी, एनकेडीए और पिछले छह महीनों से हावड़ा नगर निगम का कचरा भी शामिल है. इससे धापा पर भारी दबाव बढ़ गया है. नगर निगम ने आठ सितंबर को मेयर-इन-काउंसिल की बैठक में प्रस्ताव लाने की तैयारी की है. इसके बाद 10 सितंबर को मासिक अधिवेशन में औपचारिक मंजूरी ली जायेगी. अधिकारियों का कहना है कि नया डंपिंग ग्राउंड राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) और राज्य पर्यावरण विभाग की सिफारिशों के अनुरूप आधुनिक पुनर्चक्रण विधियों से बनाया जायेगा. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते वैकल्पिक डंपिंग ग्राउंड नहीं बना, तो धापा का हाल हावड़ा के बेलगछिया भागड़ जैसी आपदा में बदल सकता है.
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