कोलकाता.
अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यहां हिंदुओं को एकजुट करने की पहल शुरू कर दी है, इसलिए इस बार भाजपा ने रामनवमी को बड़े स्तर पर आयोजित करने का फैसला किया है. रामनवमी के सफल आयोजन पर पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए, भाजपा के प्रदेश नेताओं ने छह अप्रैल के बाद ही अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है. भाजपा की राज्य समिति के एक सदस्य ने बताया कि इस बार रामनवमी के अवसर पर रिकॉर्ड संख्या में शोभायात्राएं निकालना पार्टी की प्राथमिकता है.उन्होंने कहा कि हालांकि पार्टी की राज्य इकाई इन शोभायात्राओं के आयोजन से सीधे तौर पर नहीं जुड़ी है, लेकिन कई नेता अपने-अपने क्षेत्रों में इन आयोजनों में व्यस्त रहेंगे. यही कारण है कि पार्टी ने छह अप्रैल के बाद ही सभी राजनीतिक कार्यक्रम तय किये हैं.
दिख रही जबरदस्त भागीदारी : शमिक
भाजपा के राज्यसभा सदस्य और प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने भी इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा : भाजपा एक राजनीतिक दल के रूप में सीधे तौर पर इन आयोजनों से नहीं जुड़ी है, लेकिन यह हिंदुओं के लिए एक पवित्र दिन है. पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इस आयोजन में भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दौरान आम जनता की जबरदस्त भागीदारी देखी गयी है. इस साल भी ऐसा ही देखने को मिलेगा. हमारी पार्टी इस जनभावना की अनदेखी नहीं कर सकती.
दो हजार रैलियां निकाली जायेंगी : शुभेंदु
इस बीच, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने पहले ही घोषणा की थी कि इस साल रामनवमी पर कम से कम दो हजार छोटी-बड़ी रैलियां निकाली जायेंगी. उन्होंने कहा : इस साल रामनवमी को भव्य तरीके से मनाया जायेगा. मैं भी उस दिन सड़कों पर रहूंगा. पिछले साल करीब 50 लाख हिंदू राम नवमी की रैलियों में शामिल हुए थे. तब एक हजार रैलियां निकली थीं, लेकिन इस साल राज्यभर में दो हजार रैलियां होंगी और करीब एक करोड़ हिंदू इन रैलियों में शामिल होंगे.
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