केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ की मैराथन बैठक
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में आगामी वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव के पहले मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा यहां अपनी सांगठनिक शक्ति को और मजबूत करना चाहती है. इसके लिए पार्टी की ओर से बूथ स्तर पर सांगठनिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल में बूथ स्तर पर भाजपा की सांगठनिक शक्ति क्षेत्रों में काफी कमजोर है. इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के प्रदेश नेताओं के साथ नयी दिल्ली में मैराथन बैठक की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमित शाह ने मंगलवार रात को प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की थी और फिर बुधवार सुबह भी पार्टी नेताओं के साथ उन्होंने घंटों बैठक की. जानकारी के अनुसार, बैठक के दौरान श्री शाह ने प्रदेश भाजपा नेताओं से पूछा है कि बंगाल में बूथ स्तर पर पार्टी की हालत कमजोर क्यों है, संगठन मजबूत क्यों नहीं हो रहा, कहां दिक्कते हैं. गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा की ओर से अमित शाह को बंगाल में पार्टी बूथ स्तरीय स्थिति पर रिपोर्ट पेश की गयी थी. बूथ स्तरीय रिपोर्ट मिलने के बाद अमित शाह ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व से जवाब मांगा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार सुबह सुकांत मजूमदार और शमिक भट्टाचार्य के साथ फिर से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि राज्य में कौन-कौन से बूथ स्तर पर सांगठनिक शक्ति कमजोर हैं, वहां संगठन मजबूत क्यों नहीं हो पाया. केंद्रीय नेतृत्व उन जिलों का दौरा करेगा और वे वहां हर महीने बैठक करेंगे. इसके साथ ही बैठक के दौरान राज्य समिति के सदस्य कौन होंगे, किसे रखा जायेगा, चुनाव प्रतिनिधि कौन होंगे, इन सब पर अमित शाह के साथ चर्चा हुई.
अमित शाह को पेश की गयी प्रदेश नेतृत्व की रिपोर्ट में कई जिलों में बूथों की दयनीय स्थिति का खुलासा हुआ है.
भाजपा सूत्रों के अनुसार, दक्षिण 24 परगना, मालदा, मुर्शिदाबाद, उलुबेरिया, बशीरहाट, बारासात, दक्षिण कोलकाता उपनगर (जादवपुर, बारुईपुर) और पश्चिम बर्दवान के कुछ हिस्सों में बूथ संगठन की स्थिति बेहद खराब है. अमित शाह ने राज्य नेतृत्व को यह संदेश दिया है कि पूजा के दौरान इन सभी बूथों पर सांगठनिक शक्ति को हर हाल में मजबूत करना होगा. बताया गया है कि जिलों में संगठन को मजबूत करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व हर महीने सभी जिला नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक करेगा. बूथ संगठन की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्य और केंद्रीय भाजपा को बार-बार बैठक करनी पड़ी है. इस राज्य के भगवा नेतृत्व को बार-बार सवालों का सामना करना पड़ा है कि बूथ संगठन को मजबूत क्यों नहीं किया जा रहा है. हालांकि, बंगाल भाजपा के शीर्ष नेताओं को पूजा से पहले बूथ सशक्तीकरण अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया है. इतना ही नहीं, बंगाल के जाने-माने और लोकप्रिय नेताओं को जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए काम पर उतरने के लिए कहा गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

