12 कोच वाली ईएमयू में तीन महिला कोच जबकि सामान्य यात्रियों के लिए है नौ कोच कोलकाता. उपनगरीय ट्रेनों में कुल यात्रियों की संख्या में 25 प्रतिशत से अधिक संख्या महिला यात्रियों की होती है. ऐसे में सियालदह मंडल में चलने वाली 12 कोच की ईएमयू ट्रेनों में मौजूदा दो महिला बोगियों को बढ़ाकर तीन कर दिया गया. उक्त जानकारी सियालदह मंडल के डीआरएम दीपक निगम ने दी. गुरुवार को मंडल के कांफ्रेंस रूम में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि लंबे समय से महिलाओं की यह मांग रही है कि उपलब्ध दो महिला कोचों की संख्या में इजाफा किया जाये. महिलाओं की यह मांग जायज भी थी क्योंकि सियालदह मंडल में कुल यात्रियों की संख्या में महिलाओं की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी रहती है. 12 कोच की ईएमयू ट्रेन के दोनों सिरों के एक सामान्य कोच के आधे-आधे हिस्से को महिला कोच में परिवर्तित किया गया है. इस प्रकार आधे-आधे हिस्से को मिलाकर तीसरा महिला कोच बनाया गया है. श्री निगम ने बताया कि पिछले वर्ष सियालदह मंडल द्वारा सभी उपनगरीय ट्रेनों की क्षमता को नौ कोच से बढ़ाकर 12 कोच किया गया था, जिससे सामान्य यात्रियों की सुविधा में भी वृद्धि हुई. वर्तमान में लगभग 900 सेवाएं प्रतिदिन 12 कोच की ईएमयू ट्रेनों के साथ संचालित हो रही हैं. परिवर्तन के पश्चात अब तीन कोच महिलाओं के लिए आरक्षित हैं और शेष 9 कोच सामान्य यात्रियों के लिए हैं. पहले दो कोच महिलाओं के लिए और सात कोच सामान्य यात्रियों के लिए होते थे. श्री निगम बताया कि यह देखा गया कि पहले केवल ट्रेन के दोनों सिरों पर एक-एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होने के कारण, महिलाओं को चढ़ने और उतरने में अधिक समय लगता था, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा होता था और साथ ही उपनगरीय ट्रेनों की संचालन व्यवस्था और समय पालन पर भी असर पड़ता था. पत्रकार वार्ता में सियालदह मंडल के सीनियर डीसीएम जसराम मीणा व पीआरओ दीप्तिमय दत्त उपस्थित थे.
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