बैरकपुर. उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा की रिलायंस जूट मिल में उत्पादन को लेकर श्रमिक और मैनेजमेंट के बीच हुए विवाद के बाद मिल बंद हो गया है. मिल में करीब 5000 श्रमिक काम करते हैं. गुरुवार को मिल के वाइंडिंग विभाग के एक मज़दूर गणेश साव पर कथित तौर पर मिल में उत्पादन कम करने के कारण मैनेजमेंट की ओर से काम से बैठा दिया गया था, मजदूर की पिटाई करने का भी आरोप लगा था. मैनेजमेंट का दावा है कि गणेश साव के पक्ष में पहुंचे कुछ मजदूरों ने उसे काम पर रखने का दबाव बनाया था. मैनेजमेंट की ओर से उसे काम पर रखने पर राजी नहीं होने पर कुछ मजदूरों ने हंगामा कर दिया. मजदूरों का आरोप है कि उक्त मजदूर की पिटाई की गयी थी. मैनेजमेंट ने इस आरोप को खारिज कर दिया. मज़दूरों ने काम बंद कर भाटपाड़ा थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी लेबर ऑफिसर व मैनेजिंग पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद मिल अधिकारियों ने उसी रात मिल के गेट पर अस्थायी रूप से काम बंद करने का नोटिस चिपका दिया. मिल अधिकारियों ने नोटिस में उल्लेख किया है कि मज़दूरों के एक समूह ने गुरुवार सुबह 11 बजे से वाइंडिंग विभाग में जबरन काम बंद कर दिया. मालिकों ने अजय साव, साजिद हुसैन, मोहम्मद सिराज और इस्तेखार हुसैन पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है. जूट मिल के जूट टेक्सटाइल वर्कर्स ज्वाइंट यूनियन के सचिव राजेन कुमार साव ने आरोप लगाया कि मिल अधिकारी धीरे-धीरे मज़दूरों पर काम का दबाव बढ़ा रहे हैं. मज़दूरों को उनके मूल अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. मालिकों ने बिना किसी चर्चा के मिल में नोटिस चस्पा कर दिया है. मिल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि मिल में मजदूरों को कुछ लोगों ने भड़काने की कोशिश की है. वाइंडिंग विभाग का काम बंद कर दिया. वाइंडिंग विभाग बंद होने के कारण सारा कम बंद हो गया. इस कारण मैनेजमेंट ने अस्थायी रूप से सस्पेंशन ऑफ वर्क का नोटिस लगा दिया है.
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