बंधन बैंक के साथ सेल्सफोर्स ने किया समझौता
कोलकाता. सेल्सफोर्स (दक्षिण एशिया) की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुंधति भट्टाचार्य ने बृहस्पतिवार को कहा कि कृत्रिम मेधा (एआइ) के आने से नौकरियों की प्रकृति बदल जायेगी और लोगों को खुद को नये कौशल से लैस करने की जरूरत होगी. गुरुवार को महानगर में आयोजित कार्यक्रम में निजी क्षेत्र की बंधन बैंक के साथ सेल्सफोर्स ने समझौता किया. इस मौके पर बंधन बैंक के कार्यकारी निदेशक व मुख्य परिचालन अधिकारी रतन कुमार केश भी उपस्थित रहे.
इस मौके पर श्रीमती भट्टाचार्य ने कहा कि एआइ, डेटा का इस्तेमाल करके बेहतर नतीजे प्राप्त करने में मदद करेगा. उन्होंने कहा, ‘बदलाव के साथ समायोजन बैठाने की जरूरत है न कि उसका विरोध करने की. नौकरियों की प्रकृति बदल जायेगी और डेटा का उपयोग करके बेहतर व्यावसायिक लक्ष्य हासिल होंगे. मानवीय त्रुटियां कम हो जायेंगी.’ एसबीआई की पूर्व चेयरमैन ने कहा कि मनुष्य और एआइ एक साथ अधिक दक्षता तथा उत्पादकता प्रदान कर सकते हैं.
सेल्सफोर्स ने 2005 में हैदराबाद में अपने पहले उत्कृष्टता केंद्र के साथ भारत में परिचालन शुरू किया. इसने आवास व वाणिज्यिक ऋण के लिए बंधन बैंक की कर्ज प्रणाली की दक्षता सुधारने के लिए उसके साथ सहयोग किया था. सेल्सफोर्स का अब देश में छह गंतव्यों तक विस्तार हो चुका है. उनका सालाना राजस्व एक अरब डॉलर और कर्मचारियों की संख्या 13,000 है. इस मौके पर बंधन बैंक के कार्यकारी निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी रतन कुमार केश ने कहा कि सेल्सफोर्स के साथ साझेदारी के माध्यम से, ऋण उत्पत्ति प्रणालियों को बेहतर बनाने, ग्राहक अनुभव को बढ़ाने और डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए एक-एआइ संचालित डिजिटल प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जायेगा.
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