गाड़ी के सामने लगा वित्त विभाग का बोर्ड फर्जी
कई विभाग के फर्जी मुहर भी बरामद
संवाददाता, हावड़ा.
केंद्र सरकार के विभिन्न संस्थानों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में डोमजूर थाना पुलिस ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम सौविक पारुई है. पुलिस ने उसे शनिवार रात हिरासत में लिया था और घंटों पूछताछ के बाद रविवार रात औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में करीब 80 लाख रुपये की ठगी का खुलासा हुआ है. सोमवार को आरोपी को हावड़ा कोर्ट में पेश किया गया, जहां मजिस्ट्रेट ने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया. आरोपी के खिलाफ गैर जमानती धाराएं लगायी गयी हैं. पुलिस रिमांड के दौरान यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कुल कितनी राशि की ठगी हुई है और इस गिरोह में उसके साथ और कितने लोग शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक सौविक पारुई डोमजूर थाना अंतर्गत पारुईपाड़ा का निवासी है. वह पढ़ाई में शुरू से ही अच्छा छात्र रहा है और उसने चार्टर्ड अकाउंटेंट की डिग्री हासिल की है. बताया जाता है कि आंदुल में उसका एक फार्म हाउस भी है. वह लाल और नीली बत्ती लगी कार से घूमता था, जिससे इलाके में उसका खासा रुतबा बन गया था.
पुलिस ने बताया कि उसकी गाड़ी के सामने केंद्र सरकार के वित्त विभाग का बोर्ड लगा हुआ था, जो पूरी तरह फर्जी निकला. वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी तस्वीरें बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था. इससे लोगों का उस पर भरोसा बढ़ता गया. इसी भरोसे का फायदा उठा कर उसने केंद्र सरकार के विभिन्न संस्थानों में नौकरी दिलाने का लालच देकर कई अभ्यर्थियों से लाखों रुपये ऐंठ लिये.
नौकरी नहीं मिलने पर शनिवार रात कुछ पीड़ित अभ्यर्थियों और स्थानीय लोगों ने उसे डोमजूर में उसकी गाड़ी के साथ पकड़ लिया. इस दौरान लोगों ने उसकी पिटायी भी कर दी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया.
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