आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद उठे सवालों पर जवाब देने की तैयारी कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप व हत्या की जघन्य वारदात के बाद वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट की ओर से शुरू हुआ आंदोलन अभी भी जारी है. इस आंदोलन को तेज करने के लिए संगठन को करोड़ों रुपये का अनुदान भी मिला था, जो संगठन के बैंक खाते में जमा है. इस रकम को लेकर लंबे समय से एक अन्य संगठन, वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन, ने हिसाब देने की मांग की थी. अब जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने घोषणा की है कि वह आम जनता के सामने इस धनराशि का पूरा लेखा-जोखा पेश करेगा. इसके लिए 16 अप्रैल को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक सार्वजनिक बैठक आयोजित की जायेगी. इसकी जानकारी फ्रंट के प्रतिनिधि डॉ देवाशीष हालदार ने दी. उनके साथ डॉ अनिकेत महतो, डॉ असफाकउल्ला नैया सहित कई अन्य सदस्य भी मौजूद थे. डॉ अनिकेत ने कहा, “हम एक-एक पैसे का हिसाब देंगे. आम लोगों ने हमें जो समर्थन दिया है, उसके प्रति हम जवाबदेह हैं और सदा ऋणी भी.” उल्लेखनीय है कि पिछले साल नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल से एक युवा महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या की गयी थी. इस मामले में सियालदह कोर्ट ने मुख्य दोषी संजय राय को उम्रकैद की सजा सुनायी थी. फिलहाल यह मामला कलकत्ता उच्च न्यायालय में लंबित है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है