कोलकाता. जेआइएस ग्रुप की एजुकेशनल पहल, गुरु नानक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (जीएनआइटी ) ने ‘हाइड्रोजन एनर्जी में अवसर और नवाचार’ विषय पर एआइसीटीई-वीएएएनआइ की ओर से दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग (एनबीए मान्यता प्राप्त) और अप्लाइड साइंस और ह्यूमैनिटीज विभाग द्वारा आयोजित इस सेमिनार में भारतीय भाषाओं में तकनीकी शिक्षा और ज्ञान के प्रसार को बढ़ावा देने के एआईसीटीई-वीएएएनआई योजना के मिशन के अनुरूप व्याख्यान रखे गये. सेमिनार का उद्घाटन जीएनआइटी के प्रिंसिपल प्रो. (डॉ) स्वरूप कुमार मित्रा, जेआइएस यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर प्रो. (डॉ) नीरज सक्सेना, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष और सेमिनार समन्वयक डॉ बर्नाली कुंडू और अप्लाइड साइंस और ह्यूमैनिटीज विभाग (मैकेनिकल अनुभाग) के सह-समन्वयक डॉ शांतनु दत्ता की उपस्थिति में हुआ. इस मौके पर जेआइएस ग्रुप के प्रबंध निदेशक तरनजीत सिंह ने कहा जेआइएस ग्रुप इनोवेशन, रिसर्च और सस्टेनेबल टेक्नोलॉजिकल तरक्की को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. सेमिनार में कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रो. (डॉ.) जितेंद्र नाथ बेरा, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक अरुणभ देबनाथ, तेजपुर विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ) असीम दत्ता, जीएनआईटी की डॉ बर्नाली कुंडू सहित कई विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

