आइआइटी-खड़गपुर के 75वें स्थापना दिवस पर बोले गौतम अदाणी कोलकाता. अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि जैसे-जैसे दुनिया पारंपरिक युद्धों से आगे बढ़कर प्रौद्योगिकी-संचालित युद्धों की ओर बढ़ रही है, भारत की तैयारी की क्षमता ही देश का भविष्य तय करेगी. वह सोमवार को आइआइटी-खड़गपुर के 75वें स्थापना दिवस पर विशेष अतिथि के तौर पर बोल रहे थे. अदाणी ने कहा, “आज के युद्ध परंपरागत मैदानों में नहीं लड़े जाते, बल्कि (कंप्यूटर) सर्वरों में होते हैं. बंदूकों की जगह एल्गोरिद्म हथियार बन गये हैं, साम्राज्य अब जमीन पर नहीं बल्कि डेटा सेंटर्स में बसते हैं और सेनाएं सैनिकों की नहीं बल्कि बॉटनेट्स की होती हैं.” उन्होंने चेताया कि भारत 90% सेमीकंडक्टर आयात करता है और किसी भी व्यवधान या प्रतिबंध से देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था रुक सकती है. इसी तरह भारत अपनी 85% तेल आवश्यकता आयात से पूरी करता है और किसी भी भू-राजनीतिक हलचल से विकास प्रभावित हो सकता है. अदाणी ने कहा कि विदेशी कंपनियों या देशों के पास जाने वाला भारत का डाटा, उनकी आर्थिक ताकत बढ़ाने के साथ-साथ भारत की तकनीकी और रणनीतिक सुरक्षा पर भी असर डालता है.
अदाणी-आइआइटी प्लेटिनम जुबली चेंज मेकर्स फेलोशिप
अदाणी ने इस अवसर पर घोषणा की कि समूह ‘अदाणी-आइआइटी प्लेटिनम जुबली चेंज मेकर्स फेलोशिप शुरू करेगा. इसका समन्वय आइआइटी-खड़गपुर करेगा और इसमें देश के सभी आइआइटी संस्थान शामिल होंगे. अदाणी ने कहा कि कोई भी निजी क्षेत्र का समूह तभी बड़े पैमाने पर प्रगति कर सकता है, जब वह सरकार की दूरदर्शी नीतियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चले.कच्छ में बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क
अदाणी ने बताया कि उनका समूह गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहा है. यह पार्क 30 गीगावाट क्षमता वाला होगा और 500 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा. उन्होंने कहा, “भारत ने 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा में विश्व नेतृत्व का लक्ष्य तय किया है और मुझे विश्वास है कि अगले पांच वर्षों में भारत इस क्षेत्र में अग्रणी होगा.”डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

