कोलकाता. चुनाव आयोग ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों की 2002 की मतदाता सूची का प्रकाशन शुरू कर दिया है. इधर, जानकारी मिली है कि राजारहाट-गोपालपुर क्षेत्र में 300 मतदाताओं को आयोग तलाश नहीं कर पा रहा है. मतदाता पहचान पत्र तैयार होने के बावजूद मतदाता कहीं नहीं मिल रहे हैं. देश में विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर जहां विरोध चल रहा है, वहीं आयोग मतदाता पहचान पत्र तैयार कर मतदाताओं की तलाश में जुटा है. आयोग सूत्रों के अनुसार राजारहाट-गोपालपुर में मतदाता पहचान पत्र तैयार होने के बावजूद मतदाताओं का पता नहीं चल रहा है. 20 अगस्त तक यदि मतदाता का पता नहीं चलता है तो वोटर कार्ड को राज्य चुनाव अधिकारी कार्यालय भेजने का आदेश दिया गया है. आयोग का तर्क है कि अगर कोई व्यक्ति गलत पिन कोड भेजता है, तो उसका घर ढूंढना मुश्किल हो जाता है. साथ ही कई निवासी राजारहाट क्षेत्र में फ्लैट खरीदते हैं और वहां रहने के बजाय काम के लिए दूसरे राज्यों में चले जाते हैं. नतीजतन, पता सही होने पर भी वहां मतदाताओं को ढूंढना मुश्किल होता है. मतदाताओं को अपने कार्ड प्राप्त करने के लिए 15 दिन और इंतज़ार करना होगा. राजारहाट-गोपालपुर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में 20 अगस्त के बाद यदि मतदाता का पता नहीं चल पा रहा है तो वोटर कार्डों को आयोग को वापस करने का आदेश दिया गया है.
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