कोलकाता.
कलकत्ता हाइकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद राज्य के पूर्व सैन्यकर्मियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सेना के खिलाफ कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. गुरुवार को महानगर में मेयो रोड स्थित गांधी मूर्ति के समीप पूर्व सैन्यकर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया और सीएम से माफी की मांग की. पूर्व सैन्यकर्मियों द्वारा आयोजित धरना मंच पर राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी पहुंचे. इस मौके पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना के पराक्रम पर पूरे भारत को नाज है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि बंगाल की मुख्यमंत्री हमेशा ही सेना का अपमान करती हैं और सेना की कार्रवाई व कामकाज पर सवाल उठाती हैं. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री का रवैया ””टुकड़े-टुकड़े गैंग”” जैसा है. उन्होंने सवाल उठाया कि जवान क्यों भागेंगे और कहा कि चीन और पाकिस्तान जैसी शक्तियां भी भारतीय सेना के सामने टिक नहीं पाती हैं.शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है, जब ममता बनर्जी ने सेना का अपमान किया है. उन्होंने पूर्व घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि अवंतीपोरा में आतंकवादी हमले के बाद, मुख्यमंत्री ने सेना द्वारा किये गये अभियान के सबूत पर सवाल उठाये थे. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि एक बार मुख्यमंत्री ने महानगर के विभिन्न फ्लाइओवर पर सेना द्वारा वाहनों के निरीक्षण पर भी सवाल उठाया था और सेना की सर्वेक्षण प्रक्रिया को घुसपैठ बताकर विवाद खड़ा किया था.
गौरतलब है कि हाल में तृणमूल कांग्रेस के धरना मंच को सेना ने हटा दिया था, इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर पहुंचीं और उन्होंने कहा कि सेना के जवान उनके आने पर चले गये. उन्होंने कहा था कि कानून-व्यवस्था की किसी समस्या की जानकारी पहले दी जा सकती थी. इसके साथ ही सीएम ने सेना की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दिया था. सीएम के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए गुरुवार को पूर्व सैनिकों ने महानगर के मेयो रोड में गांधी मूर्ति के समीप धरना प्रदर्शन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

