सूचना देने वाले भारतीय मछुआरे को कोस्ट गार्ड का सम्मान
संवाददाता, काकद्वीप.
दक्षिण 24 परगना में भारतीय जलसीमा में अवैध रूप से मछली पकड़ रहे पांच बांग्लादेशी ट्रॉलरों की पहचान कर एक भारतीय मछुआरे ने सतर्कता दिखाते हुए संबंधित एजेंसियों को सूचना दी. सूचना मिलते ही इंडियन कोस्ट गार्ड ने त्वरित कार्रवाई कर सभी ट्रॉलरों को पकड़ लिया और उनमें सवार लोगों को हिरासत में ले लिया.
मछुआरे की सतर्कता से कार्रवाई
मछुआरे सुनील दास मछली पकड़ने के दौरान समुद्र में संदिग्ध ट्रॉलरों को देखकर तुरंत तट पर एजेंसियों को सूचना दी. सुनील दास सुंदरवन समुद्री मछुआरा श्रमिक यूनियन के सदस्य हैं. उनकी समय पर दी गयी जानकारी के आधार पर कोस्ट गार्ड ने समुद्र में अवैध गतिविधियों में लिप्त बांग्लादेशी फिशिंग बोट्स को पकड़ा.
भारतीय मछुआरों की वापसी की प्रक्रिया तेज : सुंदरवन समुद्री मछुआरा श्रमिक यूनियन के सचिव सतीनाथ पात्र ने बताया कि इस कार्रवाई के बाद बांग्लादेश में पहले से हिरासत में लिये गये 47 भारतीय मछुआरों की वापसी की प्रक्रिया भी तेज हो सकी है. इस घटनाक्रम को दोनों देशों के मछुआरों से जुड़े मामलों में अहम माना जा रहा है.
कोस्ट गार्ड का सम्मान और जागरूकता : इंडियन कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने जिम्मेदाराना भूमिका निभाने के लिए सुनील दास को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. प्रशासन की ओर से पहले ही मछुआरों को निर्देश दिये गये थे कि समुद्र, नदी या मुहाने में किसी भी संदिग्ध नाव, ट्रॉलर या व्यक्ति को देखते ही स्थानीय थाना, कोस्ट गार्ड या मछुआरा संघ को सूचना दें. सुनील दास ने उन्हीं निर्देशों का पालन किया. घटना के बाद इलाके के अन्य मछुआरों में भी जागरूकता बढ़ी है. कई मछुआरों ने भविष्य में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत देने का संकल्प लिया है. प्रशासन का मानना है कि स्थानीय मछुआरों की भागीदारी से समुद्री सुरक्षा और मजबूत होगी और अवैध घुसपैठ पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा.
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