विधायक कंचन मल्लिक की गैरहाजिरी पर कार्यकर्ताओं में रोष
हुगली. शहरी विकास मंत्री व कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम बुधवार को उत्तरपाड़ा स्थित जयकृष्णा लाइब्रेरी पहुंचे. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ”आमादेर पाड़ा, आमादेर समाधान” की प्रगति का जायजा लेने के दौरान उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से बातचीत की और स्थानीय समस्याओं की जानकारी ली. मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा : यह योजना बूथ स्तर पर आम लोगों की मांग और समस्याएं सुनकर उनके समाधान का रास्ता खोल रही है.
पूरे भारत में यह एक अनोखी पहल है. संभव है कि केंद्र सरकार भी इसे अपनायेगी. लोगों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है. जनता ममता बनर्जी के साथ थी, है और रहेगी. हमें चुनाव के समय किसी तरह का चमत्कार दिखाने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि हम साल भर जनता के साथ रहते हैं.
इस अवसर पर उत्तरपाड़ा नगरपालिका के चेयरमैन दिलीप यादव, उनकी पत्नी व पार्षद डोली घोष यादव, जिलाधिकारी मुक्ता आर्य, एसडीओ शंभूदीप सरकार व अन्य मौजूद रहे. मगर स्थानीय विधायक कंचन मलिक की अनुपस्थिति ने कार्यकर्ताओं को नाराज कर दिया.
नगरपालिका के तृणमूल पार्षद तापस मुखर्जी ने कहा : उत्तरपाड़ा के विधायक कंचन मल्लिक किसी काम के समय मिलते नहीं हैं. केवल मोबाइल पर नाच-गाना करते नजर आते हैं. वह विधायक बनने के योग्य ही नहीं थे. ममता बनर्जी ने टिकट दिया, कार्यकर्ताओं ने मेहनत कर उन्हें जिताया, लेकिन उत्तरपाड़ा की जनता को उनसे कुछ हासिल नहीं हुआ.
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