कोलकाता.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 11.79 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहे आरोपी बिरंची नारायण दास को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी लंबे समय से गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग ठिकाने बदलता रहा. यह मामला एक जनवरी 2017 को दर्ज किया गया था. आरोप है कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने नकली बैंक खातों के जरिये करोड़ों की ठगी कर सरकार को नुकसान पहुंचाया. जांच में खुलासा हुआ कि दास ने असली पहचान छिपाकर बैंक खाते खोले और उसी दौरान करोड़ों रुपये की हेराफेरी की.घटना सामने आने के बाद आरोपी फरार हो गया. दिसंबर 2019 में उसे अदालत ने फरार आरोपी घोषित किया और चार्जशीट दाखिल की गयी.इसके बावजूद वह बार-बार जारी समन और गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) की अवहेलना करता रहा. सीबीआइ की टीम ने आरोपी का सुराग लगाने के लिए आधुनिक तकनीक और बहु-डेटाबेस खोज का सहारा लिया. व्यापक फील्डवर्क के बाद उसका ठिकाना कोलकाता में मिला, जहां से बुधवार को उसे दबोच लिया गया. गुरुवार को आरोपी को स्पेशल सीबीआइ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
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