कोलकाता. प्रदेश भाजपा के नेताओं ने दक्षिण 24 परगना जिले के पाथरप्रतिमा में एक घर में रखे पटाखों में हुए विस्फोट की घटना की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से जांच की मांग की है, जिसमें अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. विस्फोट सोमवार रात में हुआ था. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर घटना की ओर से उनका ध्यान आकर्षित करते हुए एनआइए जांच की मांग की. उन्होंने लिखा है कि यह संदेह का विषय है कि विस्फोट वास्तव में अवैध पटाखा फैक्ट्री में या सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा बढ़ावा दिया जाने वाला कच्चे बम निर्माण इकाई में हुआ. सुकांत ने ममता सरकार को घेरते हुए कहा कि बंगाल बारूद और बम की ढेर पर बैठा है और पाथेर प्रतिमा की घटना इसका उदाहरण है. बंगाल आज अराजकता और आतंक के चौराहे पर खड़ा है. एक तरफ, बड़े पैमाने पर तुष्टीकरण और अवैध घुसपैठ भारत की संप्रभुता को खतरे में डाल रहे हैं. दूसरी तरफ, बंगाल में अवैध हथियारों और विस्फोटकों की बाढ़ आ रही है और यह सब सत्तारूढ़ पार्टी के संरक्षण में हो रहा है. उन्होंने उल्लेख किया कि विस्फोट की तीव्रता काफी बड़ी थी और आग बुझाने में कई घंटे लग गए, जिससे पूरा घर जलकर खाक हो गया. उन्होंने गृह मंत्री से घटना की एनआइए जांच के आदेश देने की मांग की. दिलीप घोष ने भी कानून-व्यवस्था पर उठाये सवाल भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद दिलीप घोष ने भी पुलिस प्रशासन पर निजी आवास पर इस तरह के अवैध निर्माण के बारे में जानने के बावजूद कोई कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया. घोष ने कहा कि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसा लगता है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हिंसा का माहौल बनाने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसलिए उनके गुंडे पटाखा कारखानों या गोदामों की आड़ में देसी बम बनाने के अड्डे चला रहे हैं. इसलिए मामले की एनआइए जांच जरूरी है.
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