कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कूचबिहार से एक किसान को बांग्लादेशियों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर अगवा किये जाने के मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह मुद्दा कूटनीतिक है और इस पर दोनों देशों की सरकारों के बीच चर्चा होनी चाहिए. ममता बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘प्राथमिक कार्य उन्हें वापस लाना है’’. उन्होंने मुख्य सचिव मनोज पंत को संबंधित विभाग से बात करने का निर्देश दिया. सुश्री बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा : सीमावर्ती क्षेत्र से एक व्यक्ति का उस समय अगवा कर लिया गया, जब वह अपनी जमीन पर खेती कर रहा था. मैं इस मामले पर बात नहीं करना चाहती. दोनों सरकारों के बीच बातचीत होगी. बेहतर होगा कि आप (मीडिया) विवाद पैदा न करें. हमारा काम उसे वापस लाना है. कूचबिहार जिले के सीतलकूची के 50 वर्षीय किसान उकील बर्मन के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें 16 अप्रैल को बांग्लादेशी नागरिकों ने अगवा कर लिया था. अधिकारियों के अनुसार, कथित तौर पर अगवा करने की घटना कुछ दिनों पहले ही सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा एक बांग्लादेशी तस्कर को तब मार गिराये जाने के बाद हुई थी, जब वह अपने समूह के सदस्यों के साथ कूचबिहार जिले के सीतलकुची में घुसने की कोशिश कर रहा था. तस्कर का शव बाद में बांग्लादेशी अधिकारियों को सौंप दिया गया. इसके बाद, कथित तौर पर एक अन्य समूह ने उकील बर्मन को उस समय रोका जब वह अपने खेत में काम कर रहा था और उसे जबरन सीमा पार ले गया. उन्होंने कहा : हमने उन लोगों की पहचान कर ली है, जो इसके पीछे थे. किसी भी राजनीतिक दल को किसी को भी नागरिक या विदेशी करार देने का अधिकार नहीं है. अगर वह नागरिक नहीं था, तो वह जमीन पर खेती कैसे कर रहा था? उसे उसकी जमीन से पकड़ा गया था. उन्होंने कहा : आप शांत रहकर कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. हमारा काम उसे वापस लाना है.
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