कोलकाता.साइबर क्राइम मामलों और डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोहों के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अभियान ‘ऑपरेशन चक्र-V’ के तहत उत्तर बंगाल में भी छापेमारी की गयी है. अभियान बालुरघाट ब्लॉक के बदलपुर गांव, पतिराम व खानपुर इलाकों में चलाया गया. अभियान के दौरान सीबीआइ अधिकारियों के साथ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान भी थे. छापेमारी में महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन, डिजिटल उपकरण भी जब्त किये गये हैं. बताया जा रहा है कि बदलपुर गांव में केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने दो भाइयों बिट्टू दास व मिंटू दास के ठिकाने पर छापेमारी की. हालांकि, दोनों के घर पर ताला लगा हुआ था. ताला तोड़कर घर में करीब चार घंटे तक तलाशी ली गयी. वहां से एक मोबाइल फोन व कुछ दस्तावेज भी जब्त किये जाने की बात सामने आयी है. बिट्टू की साइबर क्राइम के एक मामले में पहले भी गिरफ्तारी हो चुकी है. गौरतलब है कि गत शनिवार को सीबीआइ ने पश्चिम बंगाल समेत आठ राज्यों असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की थी. इनमें विभिन्न टेलीकॉम ऑपरेटरों के पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) एजेंटों के 38 परिसर शामिल रहे. बंगाल में कोलकाता, उत्तर 24 परगना व नदिया में भी अभियान चलाया गया था. सीबीआइ के अभियान में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसके अलावा महत्वपूर्ण दस्तावेज, हार्ड डिस्क, सिम कार्ड, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, केवाइसी दस्तावेजों की प्रतियां जैसे कई आपत्तिजनक दस्तावेज और लेख जब्त किये हैं. आरोप है कि पीओएस एजेंट साइबर अपराधियों को टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं के अज्ञात अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध तरीके से सिम कार्ड मुहैया करने में शामिल थे, जिनका इस्तेमाल बाद में डिजिटल गिरफ्तारी, धोखाधड़ी, फर्जी विज्ञापन, निवेश धोखाधड़ी और यूपीआइ धोखाधड़ी जैसी अवैध गतिविधियों में किया गया. उक्त मामले की जांच जारी है. सीबीआइ इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है.
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