शुद्धता, पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास पर दिया गया विशेष जोर कोलकाता. भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) के पूर्वी क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा शुक्रवार को महानगर में क्षेत्रीय हॉलमार्किंग बैठक 2025 का आयोजन किया गया. इस बैठक में स्वर्ण एवं आभूषण क्षेत्र के प्रमुख हितधारक, हॉलमार्किंग केंद्र, उपभोक्ता संगठन और सरकारी प्रतिनिधि एकत्र हुए. बैठक में पूर्वी क्षेत्र में हॉलमार्किंग की प्रगति, चुनौतियां तथा भविष्य की रूपरेखा पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन बीआइएस की उप महानिदेशक (हॉलमार्किंग) चित्रा गुप्ता द्वारा किया गया. अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने आभूषण क्षेत्र में शुद्धता, पारदर्शिता एवं उपभोक्ता विश्वास सुनिश्चित करने में हॉलमार्किंग के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने एचयूआइडी आधारित हॉलमार्किंग प्रणाली की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस प्रणाली ने आभूषणों की ट्रेसेबिलिटी (अनुसरणीयता) और गुणवत्ता आश्वासन को और सुदृढ़ किया है. उन्होंने हॉलमार्किंग केंद्रों और स्वर्णकारों से बीआइएस के साथ मिलकर उपभोक्ता जागरूकता और अनुपालन बढ़ाने का आग्रह किया. इस अवसर पर बीआइएस के उप महानिदेशक (पूर्व) अनुज स्वरूप भटनागर ने अपने स्वागत भाषण में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और इस क्षेत्रीय हॉलमार्किंग बैठक को हितधारकों के बीच सहयोग को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया. उन्होंने बीआइएस की गुणवत्ता, पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने कहा कि बीआइएस हॉलमार्क आज स्वर्ण और रजत आभूषणों की शुद्धता और प्रामाणिकता का प्रतीक बन चुका है. यह उपभोक्ताओं को यह आश्वासन देता है कि वे जो आभूषण खरीद रहे हैं, वे भारत सरकार द्वारा निर्धारित सर्वोच्च मानकों के अनुरूप हैं. इस मौके पर विशेषज्ञों ने कहा कि बीआइएस हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (एचयूआइडी) प्रणाली के आगमन से उपभोक्ता विश्वास और अधिक सुदृढ़ हुआ है. प्रत्येक हॉलमार्क किये गये आभूषण पर अब एक अद्वितीय पहचान संख्या अंकित होती है, जो जौहरी से लेकर ग्राहक तक पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करती है. विशेषज्ञों ने कहा कि हम सभी का साझा दायित्व है कि इस उद्योग में निष्पक्षता, ईमानदारी और गुणवत्ता को बनाये रखें. शुक्रवार को उद्घाटन सत्र के पश्चात हॉलमार्किंग और एस्सेइंग के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित तकनीकी सत्र आयोजित किये गये. बताया गया कि इस क्षेत्रीय हॉलमार्किंग बैठक का उद्देश्य बीआइएस, हॉलमार्किंग केंद्रों और स्वर्णकारों के बीच समन्वय को सशक्त बनाना है, ताकि अनिवार्य हॉलमार्किंग योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके. यह कार्यक्रम हॉलमार्किंग संचालन, अनुपालन, जन-जागरूकता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से पारदर्शिता एवं उपभोक्ता विश्वास बढ़ाने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ.
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