ईश्वर चंद्र विद्यासागर की जयंती पर मुख्यमंत्री ने अर्पित की श्रद्धांजलि
संवाददाता, कोलकातामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बंगाल के पुनर्जागरण के अग्रदूत पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है. शुक्रवार को सीएम ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पश्चिम बंगाल बहुत सौभाग्यशाली है, जिसे ऐसा महापुरुष मिला. हमने उनसे बंगाली भाषा की जातीय पहचान का पहला पाठ सीखा. उनसे हमने सीखा कि कैसे हर तरह के अन्याय, अराजकता और अंधविश्वास के खिलाफ बिना किसी समझौते के सिर उठाकर लड़ना है. उन्होंने बाल विवाह की घटनाओं को रोकने के लिए जनजागरण अभियान चलाया, साथ ही विधवा महिलाओं के पुनर्विवाह की शुरुआत की. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर के विचार और अदम्य साहस आज के आधुनिक बंगाल की नींव हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल में ऐसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं है, जो विद्यासागर के धर्मनिरपेक्ष मानवता के आदर्शों में विश्वास नहीं रखते. ऐसे लोग जो निरंतर बांग्ला भाषा और संस्कृति का अपमान करते हैं, उनको बंगाल कभी नहीं स्वीकार करेगा.सीएम ने हेमंत मुखर्जी को किया याद
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाली संगीत जगत के दिग्गज गायक और संगीतकार हेमंत मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि आज भी बंगाली समाज उनकी गायकी से समान रूप से भावविभोर होता है और उनकी रचनाएं कभी पुरानी नहीं होंगी. ममता बनर्जी ने अपने संदेश में लिखा, “यह कालजयी स्वर आज भी दिलों में गूंजता है. उन्होंने याद दिलाया कि इस महान कलाकार की स्मृति में कोलकाता में एक महत्वपूर्ण सड़क का नामकरण किया गया है और साथ ही एक मेट्रो स्टेशन का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल उनकी प्रतिभा और योगदान पर गर्व महसूस करता है और हम स्वयं को धन्य मानते हैं कि इस कालजयी गायक की विरासत को सहेजने में कुछ कदम उठा पाये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

