बशीरहाट.
दूसरे राज्यों में कथित तौर पर बांग्ला बोलने पर पश्चिम बंगाल के कई प्रवासी मजदूरों को बांग्लादेशी के संदेह में प्रताड़ित करने के कई मामले सामने आये हैं. इस बीच, अब उत्तर 24 परगना के संदेशखाली निवासी तपचेल जमादार नामक एक युवक को टाटानगर में बांग्ला बोलने के कारण बांग्लादेशी के संदेह में पिटाई करते हुए चाकू मारने का मामला सामने आया है. गंभीर हालत में युवक को कोलकाता के एसएसकेएम में भर्ती कराया गया है. घटना को लेकर राजनीतिक गरमा गयी है. जानकारी के मुताबिक, संदेशखाली एक नंबर ब्लॉक की बयरामारी दो नंबर ग्राम पंचायत के उलापाड़ा के निवासी कई मजदूर काम के लिए ओडिशा गये थे. ये सभी पांच साल से ओडिशा में एक निर्माण कार्य में मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे. उलापाड़ा ग्राम के कई मजदूर कुछ दिनों पहले ही अपने-अपने घर लौटे थे.बताया जाता है कि वे लोग फिर वापस काम पर जा रहे थे. इसके लिए वे लोग टाटानगर स्टेशन पर उतरने के बाद बांग्ला में बोल रहे थे. शनिवार को उस समय स्टेशन पर ही मौजूद कुछ युवकों ने तपचेल जमादार समेत अन्य मजदूरों पर कथित तौर पर हमला किया. बांग्ला बोलने पर इन मजदूरों को ””बांग्लादेशी”” कहकर पीटा गया. इसमें तपचेल को चाकू मारा गया. उसे पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद उसे कोलकाता लाकर एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पीड़ित के परिजनों ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मदद की गुहार लगायी है. पीड़ित की पत्नी ने कहा कि वे इस घटना के लिए न्याय चाहती हैं.तृणमूल बोली, प्रवासी मजदूरों पर अत्याचार की कीमत भाजपा को चुकानी होगी : इधर, तृणमूल नेता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा है कि ज्यादातर भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों पर बांग्ला बोलने पर अत्याचार हो रहा है, भाजपा को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.
भाजपा ने कहा, मामले की जांच हो, आरोपियों को मिले सजा : इधर, भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा कि जिस तरह से बंगाल में तृणमूल के शासन में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं हो रही हैं, वैसा बंगाल के बाहर किसी और राज्य में नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी बंगाली बोलने पर पीटा जा रहा है, तो यह गलत है. अगर कहीं भी ऐसा हुआ हो, तो इसकी जांच होनी चाहिए और आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

