कोलकाता. फिल्म निर्माता गौतम घोष ने ”द बंगाल फाइल्स” से जुड़े विवाद पर खुलकर बात की. रविवार को एक वीडियो संदेश में उन्होंने विभाजन के दर्दनाक इतिहास पर प्रकाश डाला. गौतम ने अपने बयान में एक बार भी विवादास्पद फिल्म या इसके निर्देशक विवेक अग्निहोत्री का जिक्र नहीं किया. अपने संदेश में गौतम ने बंगाल और बंगालियों के संघर्ष के इतिहास पर प्रकाश डाला. राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता ने अंडमान सेलुलर जेल का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा : अगर आप अंडमान सेलुलर जेल जायें, तो आपको एक लंबी पट्टिका दिखायी देगी. वहां लगभग 90 प्रतिशत नाम बंगालियों के हैं. फिर पंजाबी हैं. फिर कुछ अन्य लोग हैं. गौतम ने अपने वीडियो संदेश में कहा : बंगाल के विभाजन के कई कारण हैं. लेकिन अगर आपको उन कारणों पर काम करना है, तो आपको शोध करना होगा. आपको यह सोचना होगा कि दंगे या विभाजन क्यों हुआ. उन्होंने कहा : बंगाल को अपमानित करने की कई कोशिशें हुई हैं. लेकिन वे नाकाम रहीं. बंगाल को अपमानित करना पहले भी संभव नहीं हुआ है और भविष्य में भी संभव नहीं होगा. बंगाली ऐसा नहीं होने देंगे. अपने भाषण के अंत में गौतम को ”जय बांग्ला” कहते हुए भी सुना जा सकता है.
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