कोलकाता. पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा स्थित पटाखा फैक्टरी में विस्फोट कांड की घटना के दो साल बाद राज्य सरकार ने अंतत: छह जगहों पर ग्रीन पटाखा फैक्टरी क्लस्टर बनाने की मंजूरी दी है. इसे लेकर शुक्रवार को मुख्य सचिव मनोज पंत के नेतृत्व में कई विभागों के सचिवों, जिलाधिकारियों, पुलिस प्रशासन और पटाखा व्यवसायी संगठनों के साथ एक बैठक हुई. बैठक के दौरान राज्य में प्राथमिक चरण में कुल सात क्लस्टर बनाने की सिफारिश की गयी है. इस सूची में कोलकाता शहर में ईएम बाइपास, उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पांसकुड़ा, उत्तर 24 परगना जिले का हाबरा और हावड़ा जिले में उदयनारायणपुर शामिल हैं. वहीं, हुगली जिले में 36 व्यापारियों के पास ग्रीन पटाखे बनाने का लाइसेंस होने के बाद यहां पहले चरण कोई क्लस्टर बनाने की मंजूरी नहीं दी गयी है. राज्य सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, इन छह क्लस्टर के लिए कुल 40 एकड़ जमीन आवंटित की गयी है. इन कलस्टरों की स्थापना के लिए कुल 15 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. बताया गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जल्द ही वर्चुअल माध्यम से इन छह क्लस्टर का उद्घाटन करेंगी. इसके साथ ही इस साल काली पूजा से पहले पटाखा बाजार की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. इस बार राज्य भर में 38 जगहों पर बड़े पटाखा बाजार, जबकि 130 छोटे मेला आयोजित किये जायेंगे. बताया गया है कि इनके पास लाइसेंस हैं, उन्हें 10 दिनों के भीतर आतिशबाजी मेले में भाग लेने की अनुमति मिल जायेगी. जानकारी के अनुसार, कोलकाता में ईएम बाईपास के पास भी एक क्लस्टर बनाने की योजना है.
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