संस्थान ने की आत्महत्या की घटनाओं को रोकने की पहल
संवाददाता, कोलकाताजनवरी से अब तक छात्रावासों में रहने वाले चार छात्रों की संदिग्ध आत्महत्या के मद्देनजर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-खड़गपुर (आइआइटी-खड़गपुर) ने एक डीन की नियुक्ति की है, जिनका एक मात्र काम छात्रों की भलाई का ध्यान रखना तथा उनकी मानसिक स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने के लिए उनसे गहन बातचीत करना है. निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने शनिवार को बताया कि इस प्रतिष्ठित संस्थान के महासागर, नदी, वायुमंडल और भूमि विज्ञान केंद्र के प्रोफेसर अरुण चक्रवर्ती को ‘छात्र कल्याण के डीन’ के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने कार्यभार संभाल लिया है.निदेशक ने कहा कि अरुण चक्रवर्ती बीटेक पाठ्यक्रम के नये छात्रों के लिए आयोजित ‘इंडक्शन’ कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल हैं और उनके मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ हैं. निदेशक ने आगे कहा: आइआइटी खड़गपुर में वर्षों से छात्र मामलों के डीन का पद है, लेकिन अन्य संस्थानों की तरह, हमने यह नया पद केवल छात्रों के कल्याण, उनके समग्र विकास और किसी भी स्थिति में उनकी सहायता के लिए सृजित किया है. वह उनके मित्र होने के साथ-साथ उनके शिक्षक और मार्गदर्शक भी होंगे.
निदेशक ने कहा कि नये डीन कार्यालय तक सीमित रहने के बजाय, वह छात्रों से समूहों में और निजी तौर पर जमीनी स्तर पर मिलेंगे. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह संभवत: पहली बार है कि देश के किसी संस्थान में ‘छात्र कल्याण के डीन’ का पद सृजित किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्र कल्याण को ध्यान में रखना है. इसके अलावा छात्र मामलों के डीन का पद भी है.चौथे वर्ष के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र रितम मंडल 18 जुलाई को अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटके पाये गये थे, जबकि जनवरी से अब तक तीन अन्य छात्र ऐसी ही परिस्थितियों में मृत पाये गये हैं.
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