कोलकाता.
प्रवर्तन निदेशालय (इडी), कोलकाता जोनल कार्यालय ने सेबी पंजीकृत कंपनी के नाम पर करीब 1600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में बड़ी कार्रवाई की है. इडी ने मेसर्स एलएफएस ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड, इसकी संबंधित कंपनियों और सैय्यद जियाजुर रहमान सहित अन्य व्यक्तियों से जुड़े करीब 155 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियां अंतरिम रूप से कुर्क कर दी हैं. कुर्क की गयी संपत्तियों में पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में स्थित जमीन, अपार्टमेंट, होटल, रिसॉर्ट और फैक्ट्री प्लॉट शामिल हैं. इडी ने बताया कि जांच में इन संपत्तियों को अपराध की आय के रूप में चिह्नित किया गया, जो निवेशकों से 1600 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी से जुटायी गयी थी. जांच में सामने आया कि रहमान, दिलीप कुमार माइति, मोहम्मद अनारुल इस्लाम और अन्य आरोपी सेबी पंजीकरण प्रमाणपत्रों में हेराफेरी कर निवेशकों को गुमराह करते थे. वे उच्च रिटर्न का वादा कर निवेशकों के धन को विभिन्न फर्मों में डायवर्ट करते थे. आरोपियों ने एलएफएस ब्रोकिंग के समान नाम वाली कई फर्मों का इस्तेमाल कर फंड को अवैध रूप से नियंत्रित किया.इससे पहले इडी ने मामले के मास्टरमाइंड सैय्यद जियाजुर रहमान समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं. इस मामले में 10 अन्य आरोपियों के खिलाफ कोलकाता विशेष न्यायालय में अभियोजन शिकायत भी दायर की गयी है.
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