संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता में शनिवार को हुए नबान्न अभियान के दौरान अभया की मां के सिर पर चोट लगने की घटना में लालबाजार ने अपना पक्ष साफ किया है. सोमवार को पुलिस ने दावा किया कि अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि चोट पुलिस की लाठी से लगी थी. लालबाजार के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आउट्राम रोड पर हुई इस घटना के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गयी है, लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा लाठी से चोट पहुंचाने का कोई सबूत नहीं मिला है.
पुलिस का कहना है कि चोट कैसे लगी, इसकी जांच अभी भी जारी है. इस बीच, कोलकाता पुलिस ने नबान्न अभियान के दौरान हुई घटनाओं को लेकर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शहर के दो थानों में कुल पांच एफआइआर दर्ज की है. पुलिस के अनुसार, ये एफआइआर अराजकता फैलाने, कलकत्ता हाइकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने और एक पुलिसकर्मी पर हमला करने के आरोप में दर्ज की गयी हैं.
जुलूस को हाइकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए रानी राशमनी एवेन्यू के बजाय पार्क स्ट्रीट की तरफ ले जाने के आरोप में एक एफआइआर दर्ज हुई है. एक पुलिस कांस्टेबल पर हमला करने, हॉकर्स यूनियन के कार्यालय में तोड़फोड़ करने, एक पत्रकार का कैमरा तोड़ने और एक राखी स्टॉल पर अराजकता फैलाने के आरोप में चार अलग-अलग एफआइआर दर्ज की गयी हैं. पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन आरोपियों की पहचान कर उन्हें नोटिस भेजे जा रहे हैं.
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