कोलकाता. पिछले दिनों दक्षिणेश्वर स्टेशन पर सरेआम छात्र की हत्या की घटना ने कोलकाता वासियों को हिला कर रख दिया. ऐसे में अब मेट्रो रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किये जा रहे हैं. इसी बीच, मेट्रो रेलवे की तरफ से जानकारी दी गयी है कि जल्द ही 800 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती मेट्रो रेलवे के स्टेशनों पर की जायेगी. जानकारी के अनुसार, सिर्फ उत्तर-दक्षिण मेट्रो के 26 स्टेशनों, साथ ही पार्क स्ट्रीट स्थित मेट्रो भवन, कारशेड और अन्य ढांचों की सुरक्षा के लिए आवश्यक आरपीएफ कर्मियों की संख्या वास्तविक संख्या से150 कम है. सूत्रों का कहना है कि मेट्रो के विस्तार के बाद, उत्तर-दक्षिण मेट्रो में आरपीएफ कर्मियों की संख्या अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गयी है. हालांकि मेट्रो रेलवे द्वारा बताया गया कि घटना के बाद मेट्रो रेलवे के सभी स्टेशनों पर केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से सीसीटीवी प्रणाली के माध्यम से यात्रियों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखी जा रही है. स्टेशनों के प्रवेश द्वारों पर यात्रियों की तलाशी ली जा रही है और उनके सामान की स्कैनिंग की जा रही है. यात्रियों की किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर सुरक्षाकर्मी कड़ी नजर रखे हुए हैं.
मेट्रो रेलवे का दावा है कि मेट्रो शहर में यात्रा का सबसे सुरक्षित और सबसे सुरक्षित साधन है. मेट्रो रेलवे ने अपने यात्रियों से आग्रह किया है कि वह सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें और सुरक्षाकर्मियों का सहयोग करें.
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