कोलकाता : दलितों को जलाने के मुद्दे पर टिप्पणी के लिये विवाद में घिरे केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत) वीके. सिंह को आज यहां यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा और उन्हें वाम मोर्चा के समर्थकों ने काले झंडे दिखाए. करीब 60 प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने राजभवन के दक्षिण द्वार के सामने उन्हें काले झंडे दिखाए और ‘वीके. सिंह वापस जाओ’ के नारे लगाए.
विदेश राज्य मंत्री यहां एक पुस्तक के विमोचन के लिए आए थे. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन के बाद 26 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आवास में विमोचन कार्यक्रम के कुछ ही देर पहले यह प्रदर्शन हुआ. यह पुस्तक सिंह ने लिखी है.
इससे पहले सुबह के वक्त केंद्रीय मंत्री के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचते ही वाम मोर्चा के समर्थकों ने काले झंडे लहराए और सिंह के खिलाफ नारेबाजी की. हवाईअड्डा सूत्रों के मुताबिक सिंह का काफिला शहर जाने के दौरान वाम मोर्चा के करीब 150 समर्थकों के प्रदर्शन करने के चलते रास्ते में फंस गया.
उन्होंने बताया, ‘‘अपराह्न करीब पौने बारह बजे जैसे ही केंद्रीय मंत्री हवाईअड्डा से बाहर आए वाम मोर्चा के करीब 150 समर्थकों ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए और ‘‘वीके सिंह वापस जाओ” के नारे लगाए.” पुलिस को मंत्री का काफिला आगे बढाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा. ” माकपा की प्रदेश समिति के सदस्य निरंजन चटर्जी के मुताबिक वाम मोर्चा के समर्थकों ने बाद में सिंह का पुतला दहन किया और मध्य कोलकाता में प्रदर्शन के दौरान उनके इस्तीफे की मांग की.
प्रदर्शन में चटर्जी और प्रदेश समिति के अन्य सदस्य अनादी साहू ने सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया नहीं करने को लेकर ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की. उन्होंने बाद में आरोप लगाया कि प्रतिक्रिया नहीं किए जाने से जाहिर होता है कि सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस भाजपा सरकार का समर्थन कर रही है. फरीदाबाद में दो दलित बच्चों को जला कर मार डालने की घटना पर की गई टिप्पणी को लेकर सिंह विवाद में घिर गए हैं.