।। अजय विद्यार्थी ।।
कोलकाता : राणाघाट में नन से गैंगरेप के मामले में सीआइडी की टीम ने कुल 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. हालांकि इस घटना के चार दिन बीत जाने के बावजूद किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इलाके के लोगों से पूछताछ के आधार पर सोमवार को सीआइडी ने सात लोगों का स्केच जारी किया था. जिसके बाद लोगों के सूचना के आधार पर पुलिस ने 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
कॉन्वेंट ऑफ जीसस ऐंड मैरी की 71 वर्षीय सिस्टर सुपीरियर का राणाघाट उपमंडलीय अस्पताल में उपचार चल रहा है. चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है. राणाघाट अस्पताल के अधीक्षक एके मंडल ने बताया कि पीड़िता सामान्य भोजन ग्रहण कर रही हैं. वह पेय के साथ साथ ठोस आहार भी ले रही हैं. उनके उपचार के लिए एक चिकित्सकीय बोर्ड गठित किया गया है और उनकी काउंसलिंग की जा रही है.
उन्होंने बताया कि रोम का एक पादरी उनकी आध्यात्मिक काउंसलिंग कर रहा है. दूसरी ओर, कलकत्ता के आर्कबिशप थॉमस डिसूजा ने इन खबरों का खंडन किया कि दुष्कर्म पीड़िता से मिलने के लिए वेटिकन से कोई प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा है. उन्होंने कहा कि उन लोगों के पास ऐसी कोई सूचना नहीं है. प्राय: ऐसा कोई प्रतिनिधिमंडल उन लोगों के साथ सलाह कर ही भेजा जाता है.
आर्कबिशप ने कहा कि कैथोलिक बिशपस कांफेरेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआइ) के अध्यक्ष कार्डिनल बेसिलयस क्लीमीस दुष्कर्म पीड़िता से मिलने बुधवार को राणाघाट जायेंगे. इस बीच व्यापारियों ने इस घटना के विरोध में कॉन्वेंट के आस पास के इलाके में बाजार बंद रखे और अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष मारिया फर्नांडीस ने अस्पताल जाकर नन से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पिछले आठ महीनों में देश भर में महिलाओं पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं.
उन्होंने कहा : हमें महिलाओं पर हमलों के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा. मारिया ने कहा कि यह मामला केवल लूट पाट का नहीं बल्कि बलात्कार और तोड़ फोड़ का भी है.उन्होंने कहा कि कांवेंट के प्रार्थनाघर में तोड़फोड़ की गयी.