कोलकाता : सर्बिया के फिल्मकार गोरन पास्कलजेविक द्वारा निर्देशित फिल्म ‘डिस्पाइट द फॉग’ (नैनोस्टेंट ला नीबिया) को महानगर स्थित कलामंदिर में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जा रहा है. इस फिल्म को महानगर में काफी सराहा जा रहा है. डिस्पाइट द फॉग फिल्म में यूरोप की गलियों में घूमते एक नाबालिग शरणार्थी मुहम्मद के संघर्ष को बयां किया गया है, जिसके माता-पिता इतालवी तट पर नौका में यात्रा करते समय डूब जाते हैं.
इसके बाद अपने बच्चे को खो चुका एक दंपती उसे अपना लेता है, लेकिन समाज उनके खिलाफ हो जाता है. साथ ही उनका खुद का परिवार भी संकटों से घिर जाता है. गौरतलब है कि इस फिल्म को 50वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2019 में ओपनिंग फिल्म के तौर पर दिखाया गया था. फिल्म के निर्देशक गोरान पास्कलजेविक, यूरोप के सबसे सम्मानित निर्देशकों में से एक हैं. 2001 में वैराइटी इंटरनेशनल फिल्म ‘गाइड’ ने गोरान को दुनिया के शीर्ष पांच निर्देशकों में से एक के रूप में चिह्नित किया.
वहीं, 2008 में न्यूयॉर्क के म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट (मोमा) और 2010 में ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट (लंदन), दोनों ने उनकी फीचर फिल्मों के साथ-साथ अंग्रेजी में एक मोनोग्राफ प्रकाशन जारी किया. वर्ष 2013-14 में केरल, बंगलुरु, चेन्नई और पुणे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उनके योगदान की सराहना करते हुए यहां उनकी सात फिल्में प्रदर्शित की गयीं. 2015 में उन्होंने बतौर मुख्य अभिनेता विक्टर बनर्जी के साथ उत्तराखंड में फिल्म देव भूमि की शूटिंग की थी.
गोरान का जन्म बेलग्रेड (सर्बिया) में हुआ था और उन्होंने सिनेमा के प्रसिद्ध प्राग स्कूल (फैमू) में अध्ययन किया था. उन्हें संस्कृति के क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध फ्रांसीसी उपाधि ऑफिसियर डेस आर्ट्स एट डेस लेट्रेस से भी सम्मानित किया जा चुका है. इतना ही नहीं, सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों कान, बर्लिन, वेनिस, टोरंटो, सैन सेबेस्टियन आदि में उनके 30 वृत्तचित्रों व 18 फीचर फिल्में प्रदर्शित हो चुकी हैं.