कोलकाता : जहां एक ओर तीन तलाक को अपराध करार देने वाला विधेयक देश में कानून के तौर पर लागू हो गया है, तो वहीं पश्चिम बंगाल के मंत्री ने इस कानून को मानने से इंकार कर दिया है.
तीन तलाक को लेकर पश्चिम बंगाल के पुस्तकालय विभाग के मंत्री व जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सिद्दिकुल्ला चौधरी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह तीन तलाक बिल पास होना दुख का विषय है. यह इस्लाम पर हमला है.
सिद्दिकुल्ला चौधरी ने कहा कि हम तीन तलाक पर बने कानून को स्वीकार नहीं करेंगे. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष ने कहा कि जब इस पर केंद्रीय कमिटी की मीटिंग होगी तो हम आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे.
तीन तलाक के खिलाफ कानून को लेकर ममता बनर्जी के मंत्री इस विवादित बयान से आने वाले दिनों में राजनीतिक विवाद पैदा हो सकता है. विशेष कर पश्चिम बंगाल में भाजपा के हमलावर रुख का सामना कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस मुद्दे पर एक बार फिर मुसीबत झेलनी पड़ सकती है.
Siddiqullah Chowdhury, West Bengal Minister & President of Jamiat Ulema-e-Hind's West Bengal Unit on #TripleTalaqBill: It is a matter of grief, it is an attack on Islam. We will no accept it. When there will be central committee meeting, we'll decide on further course of action. pic.twitter.com/KctYffBJ5j
— ANI (@ANI) August 1, 2019
गौरतलब है कि मंगलवार को राज्यसभा ने तीन तलाक के खिलाफ विधेयक को मंजूरी दे दी थी और अब राष्ट्रपति के साइन के बाद यह देश में कानून के तौर पर लागू हो गया है. नये बने कानून में तीन तलाक बोलने के अपराधी को तीन साल की सजा का प्रावधान है. यही नहीं इसे संज्ञेय अपराध की श्रेणी में रखा गया है.