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लोगों को आकर्षित करने में जुटीं पूजा कमेटियां

मालदा : मालदा शहर की बड़े बजट की पूजा कमेटियां लोगों को आकर्षित करने के लिए नये-नये थीम लेकर आयी हैं. कहीं पर नारी शक्ति का जयघोष किया जा रहा है, तो कहीं पर अमेरिका में बने अक्षरधाम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जा रही है. किसी पूजा में कठपुतलियों का देश तो किसी में […]

मालदा : मालदा शहर की बड़े बजट की पूजा कमेटियां लोगों को आकर्षित करने के लिए नये-नये थीम लेकर आयी हैं. कहीं पर नारी शक्ति का जयघोष किया जा रहा है, तो कहीं पर अमेरिका में बने अक्षरधाम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जा रही है. किसी पूजा में कठपुतलियों का देश तो किसी में बर्फ से ढके पहाड़ को थीम बनाया गया है. मालदा शहर में रेल लाइन के उस पार शिवाजी संघ क्लब स्थित है. उसमें नारी शक्ति को थीम रखा है.
पूजा मंडप विशालकाय पृथ्वी की शक्ल में दिखेगा. भीतर 30 फुट की देवी दुर्गा की प्रतिमा नारी शक्ति को दिखायेगी. पूजा मंडप में मदर टेरेसा, अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम जैसी असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं को जगह दी गई है. पूर्व मेदिनीपुर के कलाकारों ने इस पूजा मंडप को तैयार किया है. मालदा शहर के बीचो-बीच स्थित रविन्द्र एवेन्यु के पास एक नंबर गवर्नमेंट कॉलोनी में अनिक संघ क्लब ने अपने पूजा मंडप को अमेरिका के न्यूजर्सी में बने अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर सजाया है.
पूजा कमेटी के सचिव कौशिक बसु ने बताया कि अक्षरधाम मंदिर गुजरात और दिल्ली में भी है, लेकिन उन्होंने न्यूजर्सी के मंदिर को मॉडल के रुप में चुना है. मालदा शहर के उत्तरी हिस्से में स्थित विवेकानंदपल्ली सार्वजनीन दुर्गोत्सव कमेटी ने अपनी पूजा का थीम कठपुतलियों का देश रखा है. राजस्थानी शैली में इस पूजा मंडप के लिए बड़ी संख्या में कठपुतलियां तैयार की गई हैं.
कमेटी के सदस्य उत्पल कर्मकार ने बताया कि आजकल के बच्चे मोबाइल, कंप्यूटर में व्यस्त रहते हैं. उन्होंने कभी कठपुतली का नाच देखा ही नहीं. यह पंडाल बच्चों को सांस्कृतिक अतीत से रुबरु करायेगा. मालदा शहर के सुकांत मोड़ इलाके में अभियात्री संघ ने बर्फ से ढके पहाड़ों और नीले अंतरिक्ष को अपनी पूजा का थीम रखा है.
भुवनेश्वर के मंदिर की तर्ज पर बनाया जा रहा मंडप
बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिले की दुर्गा पूजाओं में बालुरघाट के विप्लवी संघ के दुर्गा पूजा खास स्थान रखती है. इस बार उसकी पूजा का 55वां साल है. इस साल भुवनेश्वर के मंदिर की तर्ज पर भव्य मंडप तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा प्रकाशसज्जा भी नये तरह की है. बीते करीब दो महीने से कांथी हस्तशिल्पी मंडप को सजाने के काम में लगे हैं.
स्पंज और फोम का प्रयोग करके हाथ का बारीक काम किया गया है. पूजा के लिए 15 लाख रुपये का बजट रखा गया है. प्रतिमा मालदा के जाने-माने मूर्तिकार ने तैयार की है तो प्रकाशसज्जा के लिए चंदननगर के कारीगर पहुंचे हुए हैं.
गोरुमारा में पूजा मंडप का निर्माण जोरशोर से
मयनागुड़ी : पूजा के समय बड़ी संख्या में पर्यटक गोरुमारा नेशनल पार्क घुमने आते हैं, लेकिन ये लोग भी पूजा के आनंद से वंचित नहीं रहेंगे. हर साल की तरह इस बार भी गोरुमारा के बीचाभांगा में जोर-शोर से पूजा मंडप तैयार करने का काम चल रहा है. इस बार इस पूजा का 14वां साल है.
पर्यटकों का ख्याल रखते हुए वनकर्मी, उनके परिजन और स्थानीय वनबस्ती निवासी इस पूजा का आयोजन करते हैं. गोरुमारा वन्य प्राणी डिवीजन के साउथ रेंज के रेंजर अयन चक्रवर्ती ने बताया कि सभी के सहयोग से इस पूजा का आयोजन किया जाता है. रात के समय पूजा मंडप परिसर में धमसा और मांदर की थाप पर आदिवासी नृत्य इस पूजा का खास आकर्षण होता है. पर्यटक भी कदम से कदम मिलाकर इसका आनंद लेते हैं.

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