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दंगाइयों से निबटने में पुलिस फेल : कैलाश
विजयवर्गीय बोले. पुलिस त्वरित कार्रवाई करने से कतराती है, उसे दीदी के इशारे का इंतजार होता है कोलकाता : पश्चिम बंगाल की पुलिस दंगाइयों से निबटने में पूरी तरह विफल है. दंगाइयों से निबटने के लिए उसे ममता बनर्जी के इशारे का इंतजार करना पड़ता है और तब तक दंगाई अपना काम करके निकल जाते […]
विजयवर्गीय बोले. पुलिस त्वरित कार्रवाई करने से कतराती है, उसे दीदी के इशारे का इंतजार होता है
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की पुलिस दंगाइयों से निबटने में पूरी तरह विफल है. दंगाइयों से निबटने के लिए उसे ममता बनर्जी के इशारे का इंतजार करना पड़ता है और तब तक दंगाई अपना काम करके निकल जाते हैं. बंगाल में पिछले एक महीने से दार्जिलिंग जल रहा है. पश्चिम बंगाल के चार जिले हिंसा की चपेट में हैं. पूरे बंगाल में बम की फैक्टरी चल रही है. अवैध हथियारों का जखीरा बंगाल में भर गया है. इसका परिणाम काफी खतरनाक होगा. यह बात भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कही.
उन्होंने कहा कि बंगाल में पुलिस का मनोबल एकदम गिर चुका है. हालात बेकाबू हो गये हैं. बादुड़िया में जिस तरह का दंगा हुआ है, उससे बहुसंख्यकों का विश्वास राज्य सरकार से बिल्कुल उठ गया है. पूरी घटना की जानकारी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को दे चुके हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तीन सदस्यीय सांसदों का एक प्रतिनिधि दल बंगाल में भेजने का निर्णय किया है, जो घटना की रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को देगा.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हालात से निबटने की बजाय राज्यपाल पर निशाना साध रही हैं.शायद उनको यह पता नहीं है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में उनकी निष्पक्षता की सराहना आज भी उनके घोर विरोधी करते हैं. ऐसे में ममता बनर्जी द्वारा उन पर अंगुली उठाना उनकी बौखलाहट को दर्शाता है. ममता बनर्जी को चाहिए कि वह हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस और केंद्रीय बल के जवानों का उपयोग करें.
विजयवर्गीय के मुताबिक, बंगाल में कानून व्यवस्था की हालत बिल्कुल चरमरा गयी है. इसलिए बंगाल प्रदेश अध्यक्ष यहां राष्ट्रपति शासन लागू करने की बात कह रहे हैं, ताकि बहुसंख्यकों के जानमाल की हिफाजत हो सके. हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि क्या बंगाल के हालात गुजरात दंगे से भी ज्यादा खराब हो गये हैं जो आपकी पार्टी इस तरह की मांग कर रही है.
इस पर उन्होंने कहा कि गुजरात में हालात बेकाबू होते ही उसको तुरंत संभाल लिया गया, लेकिन बंगाल में महीनों से दार्जिलिंग जल रहा है और चार जिले दंगाइयों के कब्जे में हैं. पर्यटकों को दार्जिलिंग से समय से पहले ही पलायन करना पड़ा है. चाय उद्योग की स्थिति दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है. लोगों को वहां खाना भी ठीक से नसीब नहीं हो रहा. हर जगह स्थिति तनावपूर्ण है, लिहाजा मांग तो उठेगी ही.
कोलकाता. राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को तोता बोल कर कटाक्ष करनेवाले पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी और तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेता जो लगातार राज्यपाल को अशोभनीय आक्रमण कर रहे हैं उनको भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने गंभीरता से लिया है.
उन्होंने अनर्गल बयानबाजी कर रहे नेताओं को धमकी भरे लहजे में कहा कि जो लोग चिटफंड घोटाले में जनता का रुपया खाये हैं, उनको कोई हक नहीं है कि वो राज्यपाल पर अंगुली उठाये. उनको याद रखना होगा कि मामले की जांच चल रही है और वो सलाखों के पीछे जरूर जायेंगे. लिहाजा बंगाल में शांति स्थापित करें और अनर्गल बयानबाजी बंद करें.
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