पश्चिम बंगाल में सीआईडी की टीम जयनगर के दलुआखांकी गांव पहुंची. हालांकि सीआईडी ने अभी तक घटना की जांच अपने हाथ में नहीं ली है. सीआईडी अधिकारी स्थानीय पुलिस को जांच में मदद करने के लिए ही गांव आये हैं. सीआइडी टीम में एसएस सायक दास और डीएस सुशांत मुखोपाध्याय शामिल थे. उन्होंने धीरे-धीरे वहां की स्थिति देखी. जयनगर में तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या और उसके बाद एक के बाद एक घर जलाये जाने की घटना ने राज्य-राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है. हत्या और हत्या के बदले हत्या की गयी. फिर गांव के निवासियों के घरों में कथित तौर पर आग लगा दी गयी.
राज्यपाल ने की सख्त टिप्पणी
तोड़फोड़ और लूटपाट की गयी. जयनगर में हुई घटना को 48 घंटे बीत चुके हैं. इलाके में अभी भी दहशत का माहौल है. राज्यपाल ने सख्त टिप्पणी की. जयनगर घटना पर राज्यपाल ने कहा, 'कानून कानून का पालन करेगा.' राजभवन अपना कर्तव्य निभायेगा. राजभवन भी अपने कर्तव्यों का पालन करेगा. हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक उपाय भी करने होंगे. हिंसा बंगाल की राजनीति को प्रभावित कर रही है. हिंसा की यह संस्कृति बंद होनी चाहिए. आग लगाना, धमकी देना ये सब अपराध का हिस्सा है. राज्य के कुछ हिस्सों में अपराधग्रस्त माहौल है. हम हिंसा रोकने के लिए अपने जरूरी कदम उठायेंगे.
आरोपी अभी भी फरार
राजभवन से राज्यपाल ने पूरे मामले पर कहा, ''घर जलाना, लूटपाट करना, ये इस हत्या और इसके बाद की हिंसा का हिस्सा है. इसमें भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, और वह की जायेगी. कानून और प्रशासन के मामले भी देखे जायेंगे. ध्यान रहे, पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. हत्या के एक अन्य आरोपी की कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. हालांकि, घर में आगजनी के मामले में आरोपी अभी भी फरार हैं. ऐसे में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संदेश दिया.