दुर्गापुर.
आसनसोल-दुर्गापुर विकास प्राधिकरण एडीडीए की ओर से सड़क चौड़ीकरण का कार्य तेजी से जारी है. सिटी सेंटर के स्मार्ट बाजार, अंबुजा सहित कई इलाकों में सड़क किनारे अवैध रूप से बनी दुकानों को हटाया जा रहा है. इसी क्रम में मंगलवार को सिटी सेंटर स्थित जंक्शन मॉल के समीप पार्किंग जोन में बनी दुकानें तोड़ने की कार्रवाई के दौरान एडीडीए अफसरों को दुकानदारों का तीखा विरोध झेलना पड़ा. मौके पर तनाव पैदा हो गया.पार्किंग जोन व वसूली का आरोप
स्थानीय सूत्रों के अनुसार जंक्शन मॉल के समीप खाली जमीन पर दो व चौपहिया वाहनों के ठहराव के लिए पार्किंग संचालन की जिम्मेदारी एडीडीए ने महिला समूह को सौंपी है. इसी पार्किंग क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक अस्थायी खाने-पीने की दुकानें लगायी गयी थीं. दुकानदारों का आरोप है कि हर दुकान से प्रति माह पांच हजार रुपये की वसूली तृणमूल युवा नेता देवांशु राय के लोगों के जरिये की जाती थी. आरोप है कि पैसे देने से इनकार करने पर दुकानों को डरा कर हटवा दिया जाता था.
कार्रवाई के दौरान महिलाओं के नेतृत्व में विरोध
मंगलवार को जब जंक्शन शॉपिंग मॉल के बगल में अवैध कब्जा हटाने की मुहिम शुरू हुई, तो दुकानदार भड़क उठे. महिलाओं की अगुवाई में जोरदार विरोध दर्ज कराया गया. दुकानदारों ने सवाल उठाया कि यदि हर महीने पैसे लिये जाते थे, तो फिर किसके आदेश पर दुकानें तोड़ी गयीं. दुकानदार अंकिता बनर्जी ने रोते हुए कहा कि नियमित भुगतान के बावजूद दुकान तोड़ दी गयी और अब आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. मामले पर जिला तृणमूल के प्रवक्ता उज्ज्वल मुखर्जी ने कहा कि पार्टी ऐसी गतिविधियों का समर्थन नहीं करती है. यदि आरोप सही पाये जाते हैं, तो सख्त कार्रवाई की जायेगी और जानकारी उच्च नेतृत्व को दी जाएगी. वहीं सभी आरोपों को खारिज करते हुए देवांशु राय ने कहा कि उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं और उन्होंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया. उन्होंने दावा किया कि वे वहां केवल परिचितों से बातचीत करने जाते थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

