कॉलेज बिल्डिंग से गिर कर हुई थी ठेका श्रमिक की मौत 12.5 लाख रुपये का दिया गया चेक, इलाज पर खर्च हुए 3.5 लाख और अंत्येष्टि को दिये गये थे 20 हजार रुपये घटना के बाद कॉलेज परिसर में माइनॉरिटी सोशल वर्कर्स सोसायटी व ठेका कंपनी के बीच बैठक में बनी सहमति दुर्गापुर. शहर के विधाननगर स्थित निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की चार मंजिला इमारत से नीचे गिर कर शेख हैदर अली(25) नामक ठेका श्रमिक की मौत के बाद उसके पीड़ित परिवार को संबद्ध ठेका कंपनी ने कुल 16 लाख 20 हजार रुपये का मुआवजा दे दिया. श्रमिक की मौत के बाद दुर्गापुर माइनॉरिटी सोशल वर्कर्स कमेटी सोसायटी की ओर से पीड़ित परिवार को मुआवजे के लिए आंदोलन किया गया. नतीजन ठेका कंपनी ने पीड़ित परिवार को उक्त राशि का मुआवजा दे दिया. यह राशि मिलने से शोकाकुल परिवार को कुछ राहत मिली है. ध्यान रहे कि रविवार को कॉलेज गेट के पास सोसायटी के बैनर तले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पीड़ित परिवार को मुआवजे की मांग पर जोरदार आंदोलन किया था. उसके बाद ठेका कंपनी व सोसायटी के बीच रविवार शाम कॉलेज परिसर में बैठक की गयी थी, जिसमें सोसायटी के दबाव के बाद ठेका कंपनी पीड़ित परिवार को मुआवजा देने को राजी हुई थी. सोसायटी के चेयरमैन मोहम्मद फिरोज खान ने बताया कि हैदर अली गरीब परिवार का नौजवान था, जिसकी मौत के बाद सोसायटी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आंदोलन शुरू कर दिया था. आखिरकार ठेका कंपनी मुआवजा देने को राजी हो गयी. इसमें 12.5 लाख रुपये का चेक दिया गया और 3.5 लाख रुपये ठेका श्रमिक के इलाज पर खर्च किये गये. बाकी 20 हजार रुपये उसके शव के अंतिम-संस्कार के लिए दिये गये हैं. इस तरह पीड़ित परिवार को कुल 16 लाख 20 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया. मालूम रहे कि बीते आठ अगस्त को कॉलेज की चौथी मंजिल पर काम करते समय शेख हैदर अली नीचे गिर कर बुरी तरह जख्मी हो गया था. इलाज के लिए उसे नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान शनिवार को उसका इंतकाल हो गया. हैदर अली बुदबुद के देवशाला इलाके का बाशिंदा था. उसकी मौत की खबर पाकर परिजनों के साथ माइनॉरिटी सोशल वर्कर्स कमेटी के सदस्यों ने कॉलेज गेट के बाहर पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग पर प्रदर्शन किया था.
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