यहां की सरकार लोगों की जान माल की सुरक्षा नहीं दे सकती, तो निवेशकों को भी चिंता होती है, बंगाल में है संभावना बहुत ज्यादा
नीरज श्रीवास्तव, दुर्गापुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल आयात व निर्यात का केंद्र रहा है. यहां बंदरगाह का बहुत बड़ा नेटवर्क है. मेक इन इंडिया को गति देने की हर साधन यहां मौजूद है. मिशन मैन्युफैक्चरिंग में पश्चिम बंगाल के पास हर शक्ति उपलब्ध है. बस यहां तृणमूल की सरकार विकास के बीच बाधा बनकर खड़ी है. जिस दिन तृणमूल सराकर की दीवार गिरी, उस दिन से ही बंगाल में विकास नई तेजी पकड़ लेगी. राज्य सरकार निवेश विरोधी है, जबतक यह सरकार रहेगी राज्य का विकास नहीं होगा. शुक्रवार को दुर्गापुर नेहरू स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ये बातें कही. इसी दिन उन्होंने दुर्गापुर में ही अयोजिति एक सरकारी कार्यक्रम में 3415 करोड़ रुपये की लागत से बनी कुछ चार परियोजनाओं का उद्घाटन किया और 1950 करोड़ रुपये की लागत से बननेवाली एक परियोजना का शिलान्यास किया.शुक्रवार को शहर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित आम जनसभा की शुरुआत बंगला में बड़ों देर के प्रणाम और छोटोदेर भालोभाषा कहते हुए किया. जय मां काली, जय मां दुर्गा के जयकारे के साथ उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि यह सावन का पवित्र महीना है, ऐसे पावन समय में पश्चिम बंगाल के विकास पर्व में हिस्सा लेने का मौका मिला है.
भाजपा पश्चिम बंगाल के लिए बड़े सपने देखे रही है. एक समृद्ध राज्य के साथ विकसित बंगाल का निर्माण करना चाहती है.पश्चिम बंगाल की धरती प्रेरणा से भरी हुई है. यह देश के पहले उद्योगमंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की धरती है. उन्होंने भारत के औद्योगिक विकास की नींव रखी. देश का पहला इंडस्ट्रियल पॉलिसी बनाने वाले बीसी राय जैसे विजनरी नेटवर्क की धरती है. जिन्होंने दुर्गापुर को बड़े संकल्पों के लिए चुना था.
पश्चिम बंगाल ने देश को द्वारकानाथ टैगोर जैसे रिफॉर्मर दिए, जिन्होंने गुलामी के कालखंड में रिफॉर्म पर काम किया. उन्होंने उद्योगों से कैसे समाज का भला हो सकता है यह करके दिखाया. इस भूमि पर सर वीरेन मुखर्जी हुए. जिनके विजन से भारत में स्टील उद्योग को मजबूती मिली. ऐसे महान लोगों ने ही पश्चिम बंगाल की महान विरासत को आगे बढ़ाया.जो बंगाल देता था रोजगार, आज यहां से लोग कर रहे हैं पलायन
प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल एक समय में भारत के विकास का केंद्र हुआ करता था. यहां देश भर से रोजगार के लिए लोग आते थे. लेकिन आज स्थिति पूरी तरह उलट गई. आज पश्चिम बंगाल के नौजवान पलायन के लिए मजबूर है. छोटे-छोटे काम के लिए भी उन्हें दूसरे राज्यों की तरफ जाना पड़ रहा है.दुर्गापुर, बर्दवान और आसनसोल यह पूरा क्षेत्र भारत के औद्योगिक विकास को किसी जमाने में गति दे रहे थे. लेकिन आज यहां नए उद्योग लगने के बजाय उसको भी ताले लग रहे हैं. हमें बंगाल को इस बुरे दौर से बाहर निकलना हैऔर आज जो परियोजनाएं यहां शुरू हुई है वह इसी का प्रतीक है. बंगाल बदलाव चाहता है, बंगाल विकास चाहता है. बंगाल के प्रभुत्व लोग जानते हैं आज का दौर नई टेक्नोलॉजी का है. बंगाल के उद्योगों को भी नई टेक्नोलॉजी की जरूरत है. आज जो गैस आधारित इकॉनोमी का काम आगे बढ़ रहा है, स्टील प्लांट को आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस करने का काम हुआ है. वह भारत सरकार की इसी सोच का नतीजा है.
दुर्गापुर-कोलकाता गैस पाइपलाइन से यहां के उद्योगों को नया जीवनदान मिलेगा. यह जो गैस पाइपलाइन है. इस पर केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. ताकि यहां सीएनजी वाली गाड़ियां चल पाए. आपके पैसे बचे. यहां नए-नए कारखानों को बल मिले और सबसे बड़ी बात इससे बंगाल के नौजवानों के लिए रोजगार के नए मौके बनेंगे. आजादी के अनेक दशकों तक पश्चिम बंगाल के लाखों परिवारों के लिए गैस कनेक्शन एक सपना था . बीते सालों में ऐसे परिवारों को गैस कनेक्शन मिला. अब हमारा प्रयास है कि बहनों के रसोई घर में नल से आनेवाले जल की तरह पाइप से सस्ती गैस पहुंचे. अभी कुछ देर पहले जो उद्घाटन हुआ, वह जीवन को आसान बनाएगा और यहां उद्योगों को भी गति देगा . बंगाल में नदियां और समंदर भी है. पश्चिम बंगाल इंपोर्ट एक्सपोर्ट का केंद्र रहा है. यहां पोर्ट का बहुत बड़ा नेटवर्क है. यहां प्राकृतिक संसाधन है. यानी मेक इन इंडिया को गति देने के लिए साधन है. विकसित भारत बनाने मे पश्चिम बंगाल की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है. भाजपा आपका आशीर्वाद मांग रही है.आप अपने आसपास देखिए असम में लंबे समय बाद भाजपा को अवसर मिला, आज असम तेज गति से प्रगति कर रहा है. बगल में त्रिपुरा की क्या स्थिति थी, यह भी किसी से छुपी नहीं है, आज भाजपा सरकार त्रिपुरा को विकास की नई रफ्तार दे रही है. ओडिशा में भी बहुत जल्द सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में से अपनी जगह बना लेगा . इसलिए भाजपा को एक अवसर देकर एक ऐसी सरकार बनाएं, जो ईमानदार हो, कामदार हो और दमदार हो. बिकाऊ ना हो.हमें दुर्गापुर व पश्चिम बंगाल का पुराना गौरव वापस लाना है. इसके लिए जरूरी है. कि पश्चिम बंगाल में नया निवेश आए. लोग यहां उद्योग लगाने के लिए आगे आए. यहां के नौजवानों की शिक्षा और कौशल पर ज्यादा निवेश हो. लेकिन.जब तक यहां टीएमसी की सरकार रहेगी. यह कभी भी नहीं होने देगी. बीते दशक में यहां अस्थिरता पैदा की गई है. राज्य की सरकार बंगाल में निवेश विरोधी है. नौकरी विरोधी है. आप जरा सोचिए, जहां मुर्शिदाबाद जैसे दंगे होते हो, छोटी-छोटी बातों पर हिंसा हो जाती हो और पुलिस कार्रवाई न करें, जहां न्याय की कोई उम्मीद ना हो. वहां कोई कैसे निवेश कर सकता है. यहां की राज्य सरकार लोगों की जान और उनकी दुकान की सुरक्षा नहीं कर सकती तो निवेशकों को भी चिंता होती है.पश्चिम बंगाल में है संभावना, गुंडा टैक्स से हैं सभी चिंतित प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जितनी संभावना है उनको देखते हुए दुनिया भर के निवेशक यहां पैसा लगाने को आना चाहेंगे. लेकिन यहां टीएमसी के लोग धमकाते हैं, तोड़फोड़ करके काम बंद करने की धमकियां देते हैं तो वह भी डर कर भाग जाते हैं. यह जो टीएमसी का गुंडा टैक्स है यह बंगाल में निवेश को रोकता है. यहां संसाधनों पर माफिया का कब्जा है . वह बंगाल में निवेश को रोकता है . यहां की सरकार अपने नेताओं को भ्रष्टाचार की खुली छूट देने के लिए बनती है. कब कौन सी नीति पलट दी जाए इसकी भी कोई गारंटी नहीं. यही कारण है कि तृणमूल के राज्य में सैकड़ो कंपनियां पश्चिम बंगाल छोड़ चुकी है. तभी तो यहां नौजवनों को आगे बढ़ने के अवसर नहीं मिल रहा है और बंगाल का ये हाल हो गया है. इसलिए आज हर कोई कह रहा है तृणमूल हटाओ बंगाल बचाओ.
बंगाल के युवाओं की शिक्षा और कौशल के साथ जो कुछ यहां हो रहा है . वह और ज्यादा चिंता बढ़ने वाला है. प्रायमरी एजुकेशन हो या फिर हायर एजुकेशन सब को बर्बाद किया जा रहा है. तृणमूल यहां के एजुकेशन सिस्टम पर करप्शन और क्रीम का डबल अटैक कर रही है. यह जो हजारों शिक्षक बेरोजगार हुए हैं इसका कारण तृणमूल का भ्रष्टाचार है. इसे हजारों परिवार पर संकट आया ही है, स्कूलों में जो लाखों बच्चे पढ़ रहे हैं, उनका भविष्य भी टीचर्स की कमी के कारण अंधेरे में है. हालत यह है की कोर्ट को भी कहना पड़ा यह सिस्टमैटिक फ्रॉड है. तृणमूल ने बंगाल के नौजवानों के वर्तमान और भविष्य दोनों को संकट में डाल दिया. मां माटी, मानुष की बात करने वाली पार्टी की सरकार में बेटियों के साथ जो अन्याय हो रहा है, वह पीड़ा देता है और आंखों को आंसू से भर भी देता है. यह उसे धरती पर हो रहा है जिसने कादंबरी गांगुली जैसी बेटी को संस्कार दिए, जो भारत की पहली वेस्टर्न मेडिसिन डॉक्टर है और आज उनका जन्मदिन भी है. लेकिन आज पश्चिम बंगाल का अस्पताल भी बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं है. आप सब ने देखा है. जब यहां डॉक्टर बेटी के साथ अत्याचार हुआ. तो कैसे तृणमूल सरकार अपराधियों को बचाने में जुट गयी. इस घटना के सेदमें से अभी बाहर निकला भी नहीं था कि एक और कॉलेज में एक बेटी के साथ भयंकर अत्याचार किया गया. नेता मंत्री आरोपियों के बजाय पीड़ित को ही दोषी ठहरा रहे हैं.भाजपा ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जिसका बीज बंगाल की मिट्टी में पनपा है. भाजपा की वैचारिकता को बंगाल के सपूत डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने खून से सींचा है. डॉक्टर मुखर्जी ने एक देश एक संविधान का जो सपना देखा वहीं भाजपा का संकल्प बना और उसे हमने पूरा करके भी दिखाया. भाजपा बांग्ला भाषा को प्रेरणा परंपरा और पहचान का माध्यम मानती है. भाजपा के लिए बांग्ला अस्मिता सर्वोपरि है. देश में जहां भी भाजपा है, वहां बंगाल का सम्मान है. पश्चिम बंगाल के लोगों का सम्मान है, लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है. यहां तृणमूल ने अपने स्वार्थ में पश्चिम बंगाल की पहचान को भी दाव पर लगा दिया. इसके लिए घुसपैठ को बढ़ावा दिया जा रहा है. घुसपैठियों के फर्जी कागज बनाए जा रहे हैं. इसका एक पूरा एक सिस्टम यहां डेवलप किया गया है. यह पश्चिम बंगाल की देश की सुरक्षा के लिए खतरा है. घुसपैठियों के पक्ष में नई मुहिमशुरू कर दी है. यह देश के संविधान को संविधान संवैधानिक संस्थाओं को भी चुनौती दे रहे हैं . टीएमसी आज उनके समर्थन में खुलकर उतर आई है. लेकिन मैं दुर्गापुर की धरती से साफ-साफ कह रहा हूं कि जो भारत का नागरिक नहीं है जो घुसपैठ करके आया है उसके साथ भारत के संविधान के तहत न्याय संवत कार्रवाई होती रहेगी. पश्चिम बंगाल को डबल इंजन की सरकार की जरूरत है. यहां भाजपा सरकार इसलिए भी चाहिए ताकि दिल्ली से भेजा एक एक रुपया आपकी सुविधा के लिए लगे, गरीब कल्याण , आदिवासी कल्याण की जो योजनाएं पूरे देश में लागू है उनका लाभ पश्चिम बंगाल के लोगों को भी मिले. तृणमूल सरकार केंद्र की योजनाओं को या तो रोक लेती है या फिर उनमें भ्रष्टाचार करती है. रोड, रेल टेलीकॉम ऐसे अनेक विभागों से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट लटके हुए हैं. केंद्र सरकार उनके लिए हजारों करोड रुपए दे रही है फिर भी इन परियोजनाओं को जानबूझकर लटकाया जा रहा. हमने पूरे देश में हर घर जल का अभियान चलाया है, देश में कई राज्य से हैं जहां हर घर में नल लगा चुका है लेकिन पश्चिम बंगाल में दुर्भाग्य से एक जिला भी ऐसा नहीं है जहां शत प्रतिशत नल से जल पहुंचा. देश भर में चार करोड़ गरीब परिवारों को पीएम आवास योजना के तहतपक्के के घर दिए जा चुके हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल के लाखों गरीब परिवार कोउ नके पक्के घर नहीं मिल पा रहे आयुष्मान स्कीम पूरे देश में चल रही है. करोड़ों लोग इसका फायदा उठा चुके हैं लेकिन यहां तृणमूल इसे लागू नहीं कर रही है. गरीब हो या आदिवासी अपनी राजनीति के लिए टीएमसी सभी को वंचित कर रही है. केंद्र कैसी कई योजना है. जिनको टीएमसी ने यहां रोक रखा है. भाजपा सरकार में इन सभी योजनाओं का फायदा पश्चिम बंगाल के हर परिवार को मिलेगा. यह मोदी की गारंटी है. बीजेपी बंगाल को संकट से बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है. बंगाल को माफिया नहीं काबिल शिक्षक चाहिए, बंगाल को परिवारवाद नहीं, प्रतिभा का सम्मान चाहिए बंगाल को सिंडिकेट नहीं स्टार्टअप का एक सिस्टम चाहिए बंगाल को ऐसी सरकार चाहिए जो शांति और सुरक्षा की गारंटी दे सके भाजपा इसी संकल्प जागरण का कालखंड है. मैं यहां के गांव गांव में एक नई उम्मीदनई लहर देख रहा हूंमैं यहां के नव जवानों में एक नया जोश अनुभव कर रहा हूं.
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