आसनसोल/कुल्टी.
अभ्रक के अवैध चालान पर कोयला तस्करी करने का भंडाफोड़ कुल्टी थाना पुलिस ने किया. इस घटना पुलिस से भी हैरान है. कुल्टी थाना क्षेत्र के चौरंगी पुलिस फांडी में तैनात सहायक अवर निरीक्षक शक्ति स्वरूप पात्रा ने झारखंड से बंगाल में आ रही एक ट्रक को रोका और उसके कागजात की जांच की. ट्रक में 25 टन अभ्रक लोड होने का चालान देखने के बाद भी उन्हें कुछ संदेह हुआ और ट्रक की जांच की, जिसके बाद पता चला कि ट्रक में कोयला लदा है, जिसका वजन 35 टन निकला. पुलिस ने ट्रक चालक, जमुई (बिहार) जिला के लछुआर थाना क्षेत्र अंतर्गत मथुरापुर गांव का निवासी योगेश्वर यादव को गिरफ्तार किया. श्री पात्रा की शिकायत शिकायत पर कुल्टी थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. पुलिसिया पूछताछ में चालक ने बताया कि अपने ट्रक मालिक और बराकर निवासी अमरजीत गुप्ता की मिलीभगत से झारखंड के अवैध खदानों से कोयला खरीदकर, पुलिस को गुमराह करने के लिए उसे अभ्रक के चालान पर काला बाजार में ले जाकर बेचने का कारोबार लंबे समय से कर रहे हैं. पुलिस इसकी जांच में जुटी है कि जिस ट्रक में कोयला लोड है, उसे अभ्रक का चालान कहां से मिलता है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार बंगाल झारखंड बॉर्डर पर डुबूडीह नाका के पास सिंडिकेट का 30 हजार रुपये रंगदारी टैक्स से बचने को लेकर अनेकों कोयला कारोबारी अभ्रक का चालान लेकर कोयला निकाल रहे हैं.गौरतलब है कि सितंबर 2025 से बंगाल झारखंड बॉर्डर पर डुबूडीह नाके के पास सिंडिकेट के लोग कोयला लेकर झारखंड से बंगाल आ रही गाड़ियों से रंगदारी की वसूली करते हैं. वाहनों के हिसाब से 30 हजार रुपये तक एक ट्रक से वसूली जाती है. कोयला वैध हो या अवैध इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. झारखंड से बंगाल में कोयला लेकर आना है तो सिंडिकेट को रंगदारी देनी होगी. इसी रंगदारी से बचने के लिए कोयला कारोबारी अब अपने गाड़ियों के दूसरे सामानों का चालान गाड़ी में लगा रहे हैं. जिसका खुलासा कोयला लदे गाड़ी में अभ्रक के चालान मिलने से हुआ है. पुलिस भी अब सचेत हो गयी है. हाल के दिनों में कोयले के अवैध कारोबार को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और प्रतिदिन अवैध कोयला का मामला दर्ज हो रहा है.
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