बांकुड़ा.
बांकुड़ा शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित पुआबागान पंचवटी कालीपूजा इस बार अपने 19वें वर्ष में प्रवेश कर रही है. इस बार पूजा समिति ने श्रद्धालुओं को रिझाने के लिए विशेष थीम ‘आलोकेर झरना धराय मायेर आगमन’ को चुन कर उस पर भव्य मंडप बनाया है, जिसमें विद्युत प्रकाश-सज्जा को मुख्य केंद्र बनाया गया है. पूरे इलाके को रोशनी से सजाया गया है ताकि मां काली के आगमन का दिव्य अनुभव कराया जा सके.थीम आधारित विद्युत प्रकाश-सज्जा मुख्य आकर्षण
पूरे क्षेत्र में वैद्युतिक सजावट के माध्यम से रोशनी की झरना जैसी छटा बिखेरी जाएगी. पूजा कमेटी के संस्थापक मधुसूदन डांगर ने बताया कि इस बार पंडाल और विद्युत सजावट थीम पर आधारित है, ताकि श्रद्धालु कला और आस्था का सुंदर संगम देख सकें.छह लाख का बजट और पांच दिनों तक कार्यक्रमों की श्रृंखला
पूजा का कुल बजट लगभग छह लाख रुपये रखा गया है. पांच दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में जात्रा नाटक, शीतवस्त्र वितरण, लीला कीर्तन और अंतिम दिन लगभग दस हजार लोगों के लिए नर नारायण सेवा का आयोजन किया जाएगा. पूजा समिति के अध्यक्ष अनूप घोष और सचिव शंकर राय के नेतृत्व में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. समिति के सभी सदस्य आयोजन को सफल और भव्य बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

