आसनसोल.
वायु प्रदूषण को लेकर आसनसोल की स्थिति खराब, दुर्गापुर बेहतर है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीबीसी) के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट के आधार पर आसनसोल शहर के महाबीर कोलियरी इलाके का एक्यूआइ 203, आसनसोल कोर्ट एरिया का 201 और इवेलिन लॉज इलाके का 163 है. दुर्गापुर में पीसीबीएल आवासीय कॉम्प्लेक्स इलाके में एक्यूआइ 135, महिला कॉलेज सिटी सेंटर इलाके में 122 और बी जोन महिष्कापुर रोड इलाके में 145 है. जो आसनसोल से बेहतर है. नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर नियमित कार्य किया जाता है. इसके बावजूद आसनसोल में सांस लेना खतरे से कम नहीं है. गौरतलब है कि आसनसोल और दुर्गापुर इलाके की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में है. यहां छोटे, मझौले और बड़े स्तर के कारखानों मिलाकर इनकी संख्या हजारों में है. कोयला खदानों में खनन और कोयले की ट्रांसपोर्टिंग, इस्पात उद्योगों में उत्पादन और कच्चे माल की ट्रांसपोर्टिंग के अलावा थर्मल पावर में बिजली उत्पादन के अलावा विभिन्न प्रकार के उद्योगों से इलाके प्रदूषण फैलता है, जिसके रोकने के लिए भी विभिन्न प्रकार के संयंत्र उद्योगों में लगाया जाता है, जिसकी निगरानी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड करती है. प्रदूषण पर नियंत्रण करना एक बड़ी चुनौती है.एक्यूआइ की गणना होती है छह मुख्य प्रदूषकों के औसत से
वायु में पीएम 2.5 (सूक्ष्म कण पदार्थ), पीएम 10 (कण पदार्थ), ओजोन, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड से की जाती है. आसनसोल महाबीर कोलियरी इलाके में एक्यूआइ 203 है. जिसमें पीएम 2.5 काफी खराब स्थिति में है. पीएम 10 संतोषजनक स्थिति में है और बाकी के चार कारण अच्छी स्थिति में हैं. पीएम 2.5 का स्तर खराब होने के कारण पूरी वायु की गुणवत्ता ही खराब हो गयी.
एक्यूआइ लेवल की छह भागों में नाप
एक्यूआइ की गुणवत्ता को शून्य से पांच सौ के पैमाने पर नापा जाता है. शून्य से 50 तक को अच्छा, 51 से 100 तक को संतोषजनक, 101 से 150 तक को माध्यम प्रदूषित (संवेदनशील लोगों के लिए अस्वस्थ), 151 से 200 तक को खराब (लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस में तकलीफ), 201 से 300 तक को बहुत खराब (पूरी अवादी पर स्वास्थ्य प्रभाव) और 301 से 500 तक को गंभीर (स्वास्थ्य जोखिम) की श्रेणी में रखा गया है. इसमें से आसनसोल खराब की श्रेणी में है.
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