पानागढ़.
पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल का पानागढ़ रेलवे स्टेशन भी अमृत भारत परियोजना में शामिल है. जहां पानागढ़ में वायुसेना बेस है, तो वहीं मिलिटरी बेस भी है. एक ओर पानागढ़ औद्योगिक अंचल मौजूद है. बर्दवान-दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद एसएस अहलूवालिया के प्रयास से पानागढ़ रेलवे स्टेशन को अमृत भारत परियोजना से जोड़ा गया. वहीं इस रेलवे स्टेशन पर करीब सात एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव भी हुआ. अमृत भारत परियोजना के तहत पानागढ़ रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया गया. करीब पांच माह पहले पानागढ़ रेलवे स्टेशन के चार प्लेटफार्म पर ट्रेनों के कोच डिस्प्ले बोर्ड लगाये गये हैं. पर कोच की सही स्थिति बताने के लिए ये बोर्ड काम नहीं कर रहे हैं. इस कोच डिस्प्ले बोर्ड को लगे करीब पांच माह हो गये, पर अब तक इसे सक्रिय नहीं किया गया है. इससे यात्रियों को परेशानी होती है. स्थानीय पीआरएस कार्यालय के संबंधित अधिकारियों से पूछने पर आज कल ही सुनने को मिलता रहा है.लेकिन इस कोच डिस्प्ले बोर्ड के शुरू नहीं होने के कारण दूर गामी एक्सप्रेस ट्रेनों के कोच का सही स्थान इंडीकेट नहीं होने से यात्रियों को आगे से पीछे और पीछे से आगे ट्रेन के प्लेटफार्म पर प्रवेश करने के बाद सामानों के साथ इधर से उधर अपने कोच के लिए भागना पड़ता है. इस दौरान महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग यात्री भी होते है. प्रतिदिन इस तरह की परेशानी यात्रियों को उठानी पड़ती है.
यात्रियों का कहना है कि पता नहीं कब रेल प्रशासन के उच्च अधिकारियों का ध्यान इस दिशा में जायेगा और कब यह कोच डिस्प्ले बोर्ड कब चालू होगा. मालूम हो कि पानागढ़ रेलवे स्टेशन पर विभूति एक्सप्रेस ,पूर्वांचल एक्सप्रेस, सियालदाह बलिया एक्सप्रेस, मुंबई मेल, दून एक्सप्रेस, काठ गोदाम एक्सप्रेस, मिथिला एक्सप्रेस ,ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस, अग्निबिना एक्सप्रेस, हूल एक्सप्रेस, मयूराक्षी एक्सप्रेस, आसनसोल सियालदह इंटरसिटी एक्सप्रेस, कोल फील्ड एक्सप्रेस ,सिउड़ी सियालदाह मेमू एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, हावड़ा मोकामा एक्सप्रेस, हटीया मेमू एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों का ठहराव होता है. ट्रेन यात्री और पूर्व शिक्षक रामाधार पांडे ने बताया कि वास्तव में सारा ऑपरेटिंग सिस्टम लगने के बावजूद ट्रेनों के कोच डिस्प्ले बोर्ड के चालू नहीं होने से हम यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.कई बार आगे पीछे भागकर ट्रेन को पकड़ते समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. उन्होंने भी आसनसोल डीआरएम आदि रेलवे के उच्च अधिकारियों से विनती की है कि इन ट्रेनों के कोच डिस्प्ले बोर्ड को जल्द से जल्द शुरू कर दिया जाए. ताकि यात्रियों को सहूलियत हो सके. आसनसोल मंडल रेल के एक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जायेगा.
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